हादसे रोकने के लिए नई तकनीक पर काम शुरू, दुर्घटना के वक्त वाहन अपनी लेन से बाहर नहीं जाएंगे

यमुना एक्सप्रेसवे : हादसे रोकने के लिए नई तकनीक पर काम शुरू, दुर्घटना के वक्त वाहन अपनी लेन से बाहर नहीं जाएंगे

हादसे रोकने के लिए नई तकनीक पर काम शुरू, दुर्घटना के वक्त वाहन अपनी लेन से बाहर नहीं जाएंगे

Google Image | यमुना एक्सप्रेसवे

अब अगर यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसा होगा तो दुर्घटनाग्रस्त वाहन बेकाबू होकर दूसरी लेन में नहीं जाएंगे। दिल्ली आईआईटी की सिफारिश पर पूरे यमुना एक्सप्रेसवे के सेंट्रल वर्ज पर क्रैश बीम लगाए जाएंगे। यह क्रैश बीम करीब तीन फुट ऊंचे होंगे। इसके लिए टेंडर निकाल दिए गए हैं। यह काम करवाने के लिए करीब 76 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें करीब एक साल का वक्त लगेगा। करीब 15 दिन पहले प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अरुणवीर सिंह ने जेपी इंफ्राटेक कम्पनी और बैंकों को बुलाकर सुरक्षा उपाय पुख्ता करने का आदेश दिया था।

यमुना एक्सप्रेसवे पर अकसर अनियंत्रित होने के बाद वाहन दूसरी लेन पर आ जाते हैं। अचानक दूसरी लेन पर वाहन आने से बड़ा हादसा हो जाता है। कई बार तो वाहन एक्सप्रेसवे से नीचे भी चले जाते हैं। सेंट्रल वर्ज पर कोई रोकथाम नहीं होने से वाहन दूसरी लेन में आ जाते हैं। यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसे रोकने के लिए क्रैश बीम लगाने की तैयारी है। एक्सप्रेस वे का संचालन करने वाली कंपनी ने इसे लगाने के लिए टेंडर निकाल दिए हैं। इस काम पर करीब 76 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। क्रैश बीम करीब तीन फुट ऊंचे होंगे। इससे हादसा होने के बाद वाहन उछलकर दूसरी तरफ नहीं जा सकेंगे। साथ ही सेंट्रल वर्ज के नीचे बने नालों में वाहन नहीं गिरेंगे। दो साल पहले एक बस सेंट्रल वर्ज से नाले में गिर गई थी।

दिल्ली आईआईटी ने दिया था सुझाव
यमुना प्राधिकरण ने करीब दो साल पहले दिल्ली आईआईटी से एक्सप्रेसवे का सुरक्षा ऑडिट करवाया था। आईआईटी की रिपोर्ट में सेंट्रल वर्ज पर क्रैश बीम लगाने के लिए सुझाव दिया था। करीब दो साल पहले दिए गए सुझाव पर अब अमल होने जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली आईआईटी ने सात और सुझाव दिए थे। कई सुझावों पर काम भी हुआ है। जागरूकता के लिए होर्डिंग लगाने के लिए कहा था। ये होर्डिंग लगा दिए गए।

रोजाना 29 हजार वाहन निकलते हैं
यमुना एक्सप्रेसवे से रोजाना करीब 29 हजार वाहन निकलते हैं। एक्सप्रेस वे पर चालक वाहनों को खूब दौड़ाते हैं। करीब 46 हजार वाहन हर माह गति सीमा का उल्लंघन करते हैं। गति पर नियंत्रण के लिए सीसीटीवी लगे हुए हैं। गति सीमा का उल्लंघन करने वालों का चालान भी किया जाता है।

यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे और मौतों का ब्यौरा
वर्ष            हादसे        मौतें
2012    275   33      
2013    896   148  
2014    771    98  
2015    919    99    
2016    1219   133  
2017     763   146  
2018    649    111    
2019    560     195  
2020    509     122

यमुना एक्सप्रेस वे के सेंट्रल वर्ज पर क्रैश बीम लगाए जाएंगे। इसके लिए संचालन करने वाली कंपनी ने टेंडर निकाल दिए हैं। क्रैश बीम लगने से अनियंत्रित वाहन दूसरी लेन में नहीं जा पाएंगे। एक्सप्रेस वे पर फास्ट टैग लगाया जाएगा। अगले महीने यह काम हो जाएगा।
डॉ.अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

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