Greater Noida : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की योजनाओं में जिले के अधिकारी रोड़ा अटका रहे हैं। योगी सरकार की योजनाओं को उनके अफसर ही पलीता लगा रहे हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब ग्रेटर नोएडा आए थे तो उन्होंने हेल्थ एटीएम लगाने का आदेश दिया था। जिले में तीनों अथॉरिटी को अपने-अपने अधिसूचित एरिया की सीएचसी और पीएचसी पर हेल्थ एटीएम लगाने हैं। इस काम के लिए यमुना अथॉरिटी ने पूरी तैयारी कर ली है। बजट भी तैयार कर लिया है। हेल्थ एटीएम मशीन खरीदने के लिए कंपनी के साथ वार्ता हो गई है, लेकिन जिले का स्वास्थ्य विभाग यमुना अथॉरिटी को मदद नहीं दे रहा है। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बहुत पहले तीनों प्राधिकरण को लिस्ट भेजी जा चुकी हैं।
यमुना प्राधिकरण के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग को बताना है कि किस सीएचसी और पीएचसी पर हेल्थ एटीएम लगाया जाना है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध नहीं करवा रहा है। इस बारे में यमुना अथॉरिटी की ओर से जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कई बार लिखित लेटर भेजे जा चुके हैं। मौखिक तौर पर भी फोन किए गए हैं। हेल्थ एटीएम लगने से दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को घर के नजदीक इलाज की सुविधा मिल सकेंगी। हेल्थ एटीएम एक साथ कई बीमारियों की जांच करते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते यह सेवा गांवों तक नहीं पहुंच पा रही है। योगी सरकार की योजनाओं को स्वास्थ्य विभाग ही पलीता लगाने में लगे हैं।
इस मुद्दे पर गौतमबुद्ध के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.सुनील शर्मा ने कहा, "यमुना प्राधिकरण ही नहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को भी सूची भेज दी गई हैं। यमुना अथॉरिटी वाले गैरजिम्मेदाराना ढंग से बात कर रहे हैं। उन्हें अपने यहां पत्र देखने चाहिए। बाकी दो प्राधिकरणों को सूचियां मिल गई हैं, यमुना अथॉरिटी को ही क्यों नहीं मिली हैं?"