Baghpat News : भारतीय संस्कृति में भाभी को मां का दर्जा दिया जाता है। मान्यताओं के अनुसार देवर एक भाभी के लिए पुत्र के समान होता है। वहीं, लक्ष्मण और सीता माता की बात की जाए तो लक्ष्मण ने माता सीता को मां का दर्जा दिया था साथ ही उनकी पूजा अर्चना भी की थी। लेकिन, बागपत से एक मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। बागपत में एक विधवा भाभी से शादी करने के लिए तीन भाई एक दूसरे के खून के प्यासे बन गए। हत्यारोपी भाई अपनी विधवा भाभी से शादी करना चाहते थे, लेकिन फैमिली ने उसकी शादी घर के सबसे छोटे बेटे यशवीर से करा दी। इसी बात की खुन्नस थी। इस घटना के बाद पूरे परिवार में दुखों का पहाड़ टूट गया है। पहले बेटे के मर जाने के बाद दूसरे की ऐसे हत्या होने से परिवार टूट गया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, बड़ौत थाना क्षेत्र के गुराना गांव में शुक्रवार भाइयों ओमवीर-उदयवीर ने छोटे भाई यशवीर की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, हत्या के पीछे की वजह सभी को चौंकाने वाली है। एडिशनल एसपी एनपी सिंह के अनुसार गुराना गांव में शुक्रवार रात एक युवक की हत्या की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गांव में रहने वाले यशवीर का शव मौके से बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्राथमिक जांच के बाद सामने आया कि यशवीर दिल्ली में बस चालक था और घर आया था। इस दौरान उसकी पत्नी को लेकर उसका सगे भाइयों ओमवीर और उदयवीर से विवाद हो गया आरोप है कि विवाद बढ़ने पर ओमवीर और उदयवीर ने यशवीर को गोली मार दी। जिससे यशवीर की मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताई हत्या की वजह
एडिशनल एसपी के मुताबिक पड़ोसियों से पूछताछ में कत्ल की वजह काफी हैरान करने वाली है। ग्रामीणों के अनुसार यशवीर चार भाई थे। जिनमें सुखबीर की शादी हुई थी। शादी के कुछ समय बाद सुखवीर की मौत हो गई। इसके परिजनों ने सुखवीर की पत्नी का पुनर्विवाह यशवीर से करा दिया। इस बात से यशवीर के अन्य दो भाई ओमवीर और उदयवीर द्वेष रखते थे। इस विवाह को लेकर घर में अक्सर कलह होती थी। शुक्रवार रात यशवीर दिल्ली से गांव पहुंचा था। जहां दोनों भाइयों ने फिर से विवाद शुरू कर दिया। बात बढ़ने पर ओमवीर और उदयवीर ने यशवीर को गोली मार दी। इससे यशवीर की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने हत्यारोपी दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है।