Faridabad News : डीसी और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा कि यमुना नदी के तटीय क्षेत्रों में खेतों आई बाढ़ पीड़ितों के बचाव का काम जारी है। लोगों को घबराने जरूरत नहीं है। प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी पीड़ितों की मदद के अपने अपने इलाकों में मुस्तैदी के साथ कार्य कर रहे हैं।
बैठक में उपायुक्त ने की हालात की समीक्षा
विक्रम सिंह आज बुधवार को दोपहर लघु सचिवालय में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि मुआवजे के लिए गिरदावरी शुरू कर दी गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ के कारण जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उन लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। जिन लोगों के घर मकान टूटे हैं या जिनकी फसलें बाढ़ के कारण खराब हुई हैं, उन्हें भी मुआवजा दिया जाएगा।
तीनों एसडीएम हैं नोडल अधिकारी
एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल को फरीदाबाद ब्लाक के लिए, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया को बड़खल तिगांव ब्लाक के लिए और एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद को बल्लभगढ़ ब्लाक के लिए ओवर आल नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं, स्वास्थ्य तथा पशुपालन विभाग के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों व यमुना से सटे गांवों में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाने के आदेश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि आमजन तथा पशुओं में किसी भी प्रकार की बीमारी ना फैले इसके लिए सभी कदम उठाए जाएं। डीसी ने डीडीपीओ राकेश मोर को सभी गांव में फॉगिंग कराने व बिजली विभाग को सभी लीगल कटे हुए कनेक्शन दोबारा स्थापित करने के भी निर्देश भी दिए। यमुना नदी के जलस्तर स्थिति पर नियंत्रण रखने और किसी भी असामान्य स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर 0129-2227937 जारी किया गया है।
मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा भी उपलब्ध
उपायुक्त ने बताया कि यमुना में पानी आने से शेल्टर होम में रखे गए लोगों का स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता के पर्यवेक्षण में स्वास्थ्य विभाग की 25 टीमों का गठन किया गया है। सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह की दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए। मोबाइल मेडिकल यूनिट सहित अलग-अलग स्थानों पर एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध है, ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी व्यक्ति को समय पर सहायता प्राप्त हो सके। बता दें कि यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण कई इलाकों के रिंगबंध में आई दरार को भरने का काम यथाशीघ्र पूरा करा दिया गया था। पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा, डीसी विक्रम सिंह व अन्य अधिकारियों ने इसका मौका मुआयना किया था।