दिल्ली के लोगों के लिए राहत पैकेज : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो महीने मुफ्त राशन का किया ऐलान,आर्थिक मदद भी करेगी सरकार

Google Image | मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दो महीने मुफ्त राशन का किया ऐलान



कोरोना वायरस दिन व दिन भयंकर रूप धारण करता जा रहा है। इसके चलते सभी राज्यों मे बुरा हाल है।आधे से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित है। इसका एक ही उपाय अब राज्य सरकारों को दिख रहा है वो है लॉकडाउन सभी राज्य अपने अपने तरीके से लॉक डाउन लगा रहे है।अगर हम राजधानी की बात करे तो यहाँ कोरोना वायरस और लॉकडॉउन की वजह से परेशान लोगों की मदद दिल्ली सरकार  फिहाल कर रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ऑटो और टैक्सी वाले परेशान हैं। इनकी भी सरकार मदद करेगी। उन्होंने कहा  प्रत्येक ऑटो, टैक्सी, ई-रिक्शा, आरटीवी और ग्रामीण सेवा सार्वजनिक वाहन के ड्राइवरों को पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। ये रकम बैंक खातें में सीधे ट्रांसफर की जाएगी। 

सीएम ने बताया कि इसे लागू करने में एक सप्ताह से 10 दिन के बीच का समय लग सकता है। सीएम ने एक बार फिर लोगों से घर में रहने की अपील की। उन्होंने एक कहानी सुनाई कि जो अपने घर मे रहेगा वही बचेगा। 

इससे पहले  सीएम ने कहा कि निर्माण क्षेत्र से जुड़े मजदूरों के खाते में पैसा जाना शुरू हो चुका है। करीब 35 हजार मजदूरों के खाते में 5-5 हजार रुपये डाले जा चुके हैं। कंपनियां सैलरी के बारे में कह रही हैं। कि जब दफ्तर खुलेंगे और सैलरी का हिसाब होगा।तभी तो इसे दिया जाएगा। इसलिए कंपनियों के प्रतिनिधियों को 2 दिनों के लिए पास देने का फैसला हुआ है। इस दौरान ये दफ्तर जाएंगे और सैलरी के लिए जरूरी कागजी औपचारिकता पूरा करेंगे। कंपनियों के मालिकों से कहा गया है कि किसी की सैलरी न काटें। वहीं शेष नौ हजार निर्माण मजदूरों के खाते में भी रकम जल्द भेज दी जाएगी।

सीएम ने कहा कि राशन कार्ड धारकों को साढ़े 7 किलो राशन बांटने का काम शुरू हो चुका है। जिनका राशन कार्ड नहीं है। उन्हें भी हम राशन देंगे। ऐसे लोगों की तादाद 10 लाख के करीब हो सकती है। परेशानी की बात यह है कि बिना राशन कार्ड वालों को राशन कैसे देंगे कोई 2 या 3 बार तो नहीं लेगा ऐसे कई सवाल थे।इन सब एक रास्ता निकाला गया है। ऐसे लोग दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर जाकर राशन कार्ड के लिए आवेदन कर दें। इससे राशन कार्ड मिलेगा ही नहीं कह सकते लेकिन इस दौरान राशन जरूर मिलेगा। काफी सोच विचार कर ये निर्णय लिया गया है।

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