चिंताजनक : तमाम प्रयासों के बावजूद हिंडन में डंप हो रहा कूड़ा, नियमों का उल्लंघन करने वालों से भारी जुर्माना वसूलेगा विभाग, जानें पूरी तैयारी 

Google Image | तमाम प्रयासों के बावजूद हिंडन में डंप हो रहा कूड़ा



Delhi-NCR : तमाम सरकारी दावों के बावजूद हिंडन नदी के आसपास अभी भी बड़े पैमाने पर कचरा डंप किया जा रहा है। हाल ही में गाजियाबाद नगर निगम (Ghaziabad Municipal Corporation) ने खोड़ा नगर पालिका परिषद को नदी तट के पास कचरा गिराने के लिए एक नोटिस जारी किया था। यहां तक कि मौके से एक अर्थमूवर भी जब्त किया गया था। राजनगर एक्सटेंशन और गालैंड में कूड़ा निस्तारण पर प्रतिबंध के चलते नगर निकाय को दिक्कत आ रही है। 

गुरुवार को सिटी फॉरेस्ट और नंदी पार्क क्षेत्रों के पास कचरा निस्तारण देखा गया। इतना ही नहीं संजय नगर में सर्विस रोड के किनारे और हिंडन नदी के किनारे हज हाउस के पास भी कूड़े के ढेर लगे मिले। पेशे से वकील और एक कार्यकर्ता विक्रांत शर्मा ने हाल ही में राज नगर एक्सटेंशन के पास ठोस कचरे के डंपिंग को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में एक याचिका दायर की थी। इस मसले पर उन्होंने कहा, “जिस तरह से जिले में कूड़ा डाला जा रहा है, हर जगह मिट्टी के नीचे केवल कचरा ही मिलेगा। मैं जल्द ही इस मामले में नई याचिका दाखिल करने जा रहा हूं। कचरे का निस्तारण करते समय गाजियादा नगर निगम किसी नियम का पालन नहीं कर रहा है।”

संपर्क करने पर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी मिथिलेश कुमार ने कहा, “सिटी फॉरेस्ट के पास के इलाके में घर-घर से कूड़ा एकत्र किया जाता है। बाद में उसे निस्तारित कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर विभाग की प्रसंस्करण इकाइयों को भेजा जाता है। विभाग लोगों को परेशान किए बिना इस संवेदनशील मुद्दे को सुलझाने का प्रयास कर रहा है। बताते चलें कि कुछ दिन पहले जीएमसी ने खोड़ा नगर पालिका परिषद को हिंडन नदी के किनारे कचरा डंप करने के लिए नोटिस जारी किया था। निगम ने हाल ही में मौके से एक अर्थमूवर जब्त किया था। अधिकारियों ने कहा कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए दोषी पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि निगम को निवासियों से इस संबंध में शिकायतें मिल रही थीं। “15 अक्टूबर को एक निरीक्षण किया गया था। नदी के पास कचरा डंप करने वाला एक अर्थमूवर पाया गया था। इसके आधार पर नोटिस जारी कर हिंडन नदी के किनारे कूड़ा फेंकने पर परिषद से रिपोर्ट मांगी गई है। इस बीच प्रस्तावित कचरे से ऊर्जा संयंत्र के विरोध में गलांद सहित कई गांवों के निवासी नगर निगम कार्यालय पहुंचे थे। वे महापौर से मिलना चाहते थे, लेकिन वह कार्यालय में मौजूद नहीं थीं। इसलिए ग्रामीण ज्ञापन देकर लौट गए।

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