Delhi-NCR : इस बार मॉनसून के देर तक रुकने और लगातार हुई बरसात की वजह से दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बेहतर स्थिति में है। इसके चलते राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 15 अक्टूबर से ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू नहीं किया जाएगा। अगले हफ्ते केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड (सीपीसीबी) की बैठक होगी। उसमें ग्रैप को लागू करने की तिथि के बारे में फैसला लिया जाएगा। सामान्यता जाड़े की शुरुआत और वायु प्रदूषण को देखते हुए हर साल 15 अक्टूबर से ग्रैप राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी शहरों में लागू किया जाता है।
बेशक इस साल ज्यादा बारिश की वजह से सड़कों पर जलभराव रहा है। आवागमन में समस्या हुई। कई जगह कॉलोनियों तक में पानी घुस गया था। लेकिन इसका एक बड़ा फायदा साफ हवा के रूप में मिला। बारिश की वजह से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता का स्तर फिलहाल संतोषजनक है। इसलिए एनसीआर के सभी शहरों में 15 अक्टूबर से ग्रैप नहीं लागू करने का फैसला लिया गया है। जानकारी के मुताबिक अगले हफ्ते सीपीसीबी की बैठक होनी है। तब इसे लागू करने के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
नोएडा में इन स्थानों की हालत खराब
प्रदूषण विभाग के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर में वायु प्रदूषण के हॉटस्पॉट में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, 7X सेक्टर, सेक्टर-150, यूपीएसआईडीए औद्योगिक क्षेत्र, अंडरपास, हिंडन पुश्ता, दादरी रोड, पूरा ग्रेटर नोएडा वेस्ट और एक्सप्रेसवे के किनारे के कुछ निर्माण स्थल शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, अधिकांश हॉटस्पॉट में प्रदूषण के स्रोत सड़क की धूल और निर्माण गतिविधियां हैं। एक्सप्रेसवे के साथ और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में यातायात भी एक प्रमुख मुद्दा है। जबकि बिना पक्के क्षेत्र यूपीएसआईडीए क्षेत्रों में प्रदूषण को बढ़ाते हैं।