ग्रेटर नोएडा में स्थित गलगोटियाज विश्वविद्यालय मे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आज से सात दिवसीय योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन योग गुरू विभा खजांची ने किया। उन्होंने सभी फैकल्टी और कर्मचारियों को योग के फायदे बताए। साथ ही सभी को योगासन सिखाया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा मानविकी विभाग और फिजियोथेरेपी विभाग के सम्मिलित प्रयास से आयोजित किया जा रहा है।
योग सत्र की शुरुआत विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ प्रीति बजाज के स्वागत अभिभाषण के साथ हुई। अपने स्वागत भाषण में उन्होने कहा कि योग स्वास्थ्यप्रद है, योग अहम है, जैसी बातें करने का समय अब चला गया। अब वक्त की मांग है कि नींद से जागें और योग शुरू करें। उन्होने आह्वान करते हुए कहा कि केवल औपचारिक भागीदारी न करके कम से कम 7 दिन तक रोज सुबह 30 मिनट के लिये इसी प्रकार जुडिये। ताकि योग करना हमारी आदत में शुमार हो जाये। मानविकी विभाग की अध्यापिका विभा खजान्ची ने करीब आधे घन्टे तक योग और प्राणायाम किया। इसका अनुसरण प्रतिभागियों ने किया। कल के सत्र में मन्दीप अवाना योग का अभ्यास करायेगें। 23 जून को पतंजली से जुडी आयुर्वेदाचार्य सरिता बाना विश्वविद्यालय के प्रतिभागियों को योग का अभ्यास कराएंगी।
आज पहले दिन योग से जुडी कई बातों का जिक्र किया गया। कार्यक्रम में योग का अभ्यास कराया गया। दूसरे दिन से योग और प्राणायाम का मौका उन लोगों को दिया जायेगा, जो योगाभ्यास को लेकर गंभीर हैं। इस प्रकार के शिक्षकों और छात्रों का नामांकन किया जायेगा, जो योग सीखना चाहते हैं। इसके बाद दो-दो लोगों को कुशल योग प्रशिक्षक की देखरेख में प्राणयाम और योग कराया जायेगा। राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ एराम पाण्डेय ने कोविड के समय लोगों को अपने स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के लिये सजग रहने की अपील की। उन्होने कहा कि दुनिया के कई देशों ने योग को अपनाया है और वे सतत अभ्यास कर रहे हैं।