Ghaziabad News : सीने पर पैर रखकर बोला सुरक्षाकर्मी 'अगर उठा तो गोली मार दूंगा', आईएमए ने कहा- माफी मांगे कुमार विश्वास

गाजियाबाद | 6 महीना पहले | Sonu Singh

Google Image | डॉक्टर पल्लव बाजपेई और कुमार विश्वास



Ghaziabad News : कुमार विश्वास के सुरक्षाकर्मियों द्वारा पीटे जाने के बाद एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट डॉक्टर पल्लव बाजपेई प्रताप विहार के फ्लोरेंस अस्पताल में भर्ती हैं। आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गाजियाबाद की तरफ से कुमार विश्वास से सार्वजनिक माफी मांगने को कहा गया है। गाजियाबाद के आईएमए के प्रेसिडेंट ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों के नाम से मुकदमा दर्ज होना चाहिए, अज्ञात में नहीं।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की मांग
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गाजियाबाद के प्रेसिडेंट डॉक्टर विपुल त्यागी ने कहा कि मामले को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करने वाले कुमार विश्वास को अब डॉक्टर पल्लव बाजपेई से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरी घटना में कुमार विश्वास परोक्ष रूप से सुरक्षाकर्मियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने माना है कि अज्ञात में एफआईआर न होकर सुरक्षाकर्मियों के नाम से रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए, जबकि डॉक्टर पल्लव को लगी चोट के आधार पर धाराएं भी लगाई जाएं। उन्होंने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर पर विश्वास जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है पूरे मामले में न्यायपूर्ण विवेचना की जाएगी।

उठा तो गोली मार दूंगा
डॉक्टर पल्लव बाजपेई प्रताप विहार के फ्लोरेंस अस्पताल में अपने शरीर पर लगी चोटों का इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उनकी गाड़ी को सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोका गया, तब उन्होंने उन्हें गाड़ी से नीचे उतारा और सड़क में साइड में ले जाकर पीटने लगे। डॉ. पल्लव ने बताया कि जब वे उन्हें पीटकर जा रहे थे। तभी एक सुरक्षाकर्मी द्वारा उनके सीने पर पैर रखकर कहा गया कि 'अगर उठा तो गोली मार दूंगा' और इसके बाद वे लोग चले गए। घटना के बाद कुमार विश्वास के ट्वीट से पता चला कि वह काफिला कुमार विश्वास का था। 

यह अशोभनीय और अमानवीय घटना
आज आईएमए गाजियाबाद के प्रेजिडेंट डॉक्टर विपुल त्यागी ने कुमार विश्वास पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना वीआईपी कल्चर में डूबे हुए और वाई सिक्योरिटी के मद में चूर अति विशिष्ट व्यक्ति और उसके द्वारा घमंडित व्यवहार का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को इसलिए मारा जाए कि वह समय रहते कॉनवॉय को निकालने की जगह नहीं दे पाया। यह प्रत्यक्ष, निकृष्ट, अशोभनीय और अमानवीय है। उन्होंने डॉक्टर कुमार विश्वास से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।

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