Big News Defaulters Are Holding Back 47 Crore Ghaziabad Municipal Corporation Released The List Municipal Comissioner Said Now Recovery Will Be Done Like This
बड़ी खबर : बकायेदार दबाए बैठे हैं 47 करोड़, गाजियाबाद नगर निगम ने जारी की सूची, नगरायुक्त बोले- अब ऐसे होगी वसूली
Ghaziabad News : उपचुनाव संपन्न होने के साथ ही गाजियाबाद नगर निगम ने अपना बही खाता खोल लिया है। निगम की ओर से बड़े बकाएदारों की सूची जारी की गई है। इस सूची के मुताबिक केवल 18 बड़े बकाएदारों के पास ही नगर निगम के सात करोड़ रुपये बकाया हैं। कुल बकाया की बात करें तो आंकड़ा 47 करोड़ से ऊपर का है। मजेदार बात यह है कि छोटे बकाएदारों पर तो वसूली के लिए दबाया बना जाता रहा, टैक्स का रेट बढ़ाया जाता रहा, लेकिन बड़े बकाएदारों को किसी ने कुछ नहीं कहा। अब नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने इन्हें बेपर्दा करने के साथ ही अंतिम नोटिस भी भिजवाया है। उन्होंने कहा कि बड़े बकाएदारों से वसूली के लिए अभियान चलाया जाएगा। बकाया न देने पर आरसी जारी कराई जाएगी।
आरसी जारी कराएगा नगर निगम
नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि समीक्षा के दौरान सामने आए गाजियाबाद के बड़े बकाएदारों को चिन्हित किया गया है। बकाएदारों को पहले भी नोटिस भेजे गए, कई बार समय भी दिया गया लेकिन अब ऐसे काम नहीं चलेगा। नगर निगम का बकाया जमा नहीं करने पर बड़े बकाएदारों के खिलाफ आरसी जारी कराने के साथ ही वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
2900 बकाएदारों की सूची तैयार
नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि शहर में नगर निगम के 2900 बकाएदारों की सूची तैयार की गई है। नगर निगम क्षेत्र में कुल सौ वार्ड हैं। हर वार्ड के 20 बड़े बकाएदारों को चिन्हित कर नोटिस भेजे जा रहे हैं। संपत्ति कर की वसूली के लिए बकाएदारों को अंतिम नोटिस जारी करते हुए 15 दिन का समय दिया जा रहा है। 15 दिन में बकाया जमा न करने पर नगर निगम सीलिंग की कार्रवाई शुरू करेगा।
संपत्ति कर के बकाया हैं 47 करोड़
नगरायुक्त ने बताया कि नगर निगम हर साल बकाएदारों को डिमांड नोटिस भेजता है लेकिन बड़े बकाएदारों पर कोई फर्क ही नहीं पड़ता। शहर के 2900 बकादारों पर नगर निगम का करीब 47 करोड़ रुपया बकाया है। सभी बकाएदारों को अंतिम नोटिस जारी किया जा रहा है। दिए गए समय में बकाया जमा न कराने पर नगर निगम आगे की कार्रवाई करेगा। वसूली अभियान सख्ती से चलाया जाएगा।
ये हैं पांच सबसे बड़े बकाएदार
सिटी जोन में गाजियाबाद नगर निगम के मोटे बकाएदारों की संख्या सबसे ज्यादा सिटी और कविनगर जोन में है। फाइव विजन, माडॅल टाउन पर नगर निगम के संपत्ति कर के सबसे ज्यादा 1.64 करोड़ रुपये बकाया हैं। दूसरे नंबर पर वसुंधरा जोन में रेडिशन होटल पर नगर निगम के 1.50 करोड़ रुपये बकाया हैं। बड़े बकाएदारों में तीसरा नंबर कविनगर जोन में टाटा स्टील, लालकुंआ का है, इस पर नगर निगम के 1.18 करोड़ रुपये बकाया हैं। होटल मेला प्लाजा पर 85 लाख रुपये और हापुड़ चुंगी स्थित आईएमटी कॉलेज पर 77 लाख रुपये की मोटी रकम बकाया है।