Ghaziabad News : दरोगा मुन्नेश सिंह कसाना ने दी मौत को मात, बदमाश ने मारी थी सीने में गोली, आज वॉक करते दिखाई दिए  

गाजियाबाद | 4 महीना पहले | Sonu Singh

Tricity Today | दरोगा मुन्नेश सिंह कसाना ने दी मौत को मात



Ghaziabad News : मेरठ के कंकरखेड़ा चौकी प्रभारी मुन्नेश सिंह कसाना को सीने में गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे पिछले दो दिन से गाजियाबाद के वैशाली स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती हैं। मंगलवार को लगभग 7 घंटे चला ऑपरेशन सफल रहा था। उसके बाद आज एक वीडियो सामने आई, जिसमें एक डॉक्टर और एक वार्ड ब्वॉय उन्हें वॉक करा रहे हैं। कल चले ऑपरेशन में उनके सीने में लगी गोली को बाहर निकाला गया था। उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा तीन बच्चे हैं। सभी अस्पताल में उनकी देखभाल कर रहे हैं।

यह है पूरा मामला
गाजियाबाद के मैक्स हॉस्पिटल में इलाज करा रहे कंकरखेड़ा चौकी प्रभारी मुन्नेश सिंह कसाना की हालत में सुधार है। सोमवार तड़के बदमाशों ने उन्हें गोली मारकर घायल कर दिया था। जिसके बाद उन्हें मेरठ के कैलाशी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद घायल दरोगा को गाजियाबाद स्थित मैक्स अस्पताल रेफर किया गया था। मंगलवार सुबह 9 बजे उन्हें गाजियाबाद के मैक्स अस्पताल में भर्ती किया गया। अत्यधिक खून निकलने के कारण उनकी हालत गंभीर बन गई थी। इस दौरान उन्हें 'ओ' पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता पड़ी। ब्लड देने के लिए कई लोग अस्पताल पहुंच गए। दरोगा मुन्नेश सिंह कसाना को 6 यूनिट ब्लड चढ़ाया गया। सुबह 10 बजे शुरू हुआ ऑपरेशन शाम 5:30 बजे तक चला। इस दौरान कार्डियक और थोरेसिक सर्जनों ने उनका सफल ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान उनके सीने में दाईं ओर लगी गोली को बाहर निकला गया। 

1993 में पीएसी में हुए थे भर्ती
 
ऑपरेशन के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार है। आज सुबह डॉक्टरों की टीम ने उन्हें हल्का खाना खाने के लिए भी कहा, जबकि आज एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें वे वॉक करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में डॉक्टर और वार्ड ब्वॉय उन्हें सहारा देकर चला रहे हैं। मूल रूप से आगरा के बलियापुर ग्राम निवासी मुन्नेश सिंह कसाना का तबादला डेढ़ वर्ष पूर्व गाजियाबाद से मेरठ किया गया था। गाजियाबाद में भोजपुरी थाना प्रभारी के पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं। वर्तमान में वे कंकरखेड़ा चौकी प्रभारी के रूप में तैनात हैं। मुन्नेश सिंह कसाना परिवार के साथ मेरठ में किराये के मकान में रहते हैं। वे वर्ष-1993 में पीएसी में आरक्षी के पद पर भर्ती हुए थे। वर्ष-2013 में विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें दरोगा बनाया गया था।

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