Ghaziabad News : गाजियाबाबाद विधानसभा उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान के बाद आज मतगणना हो रही है। आठ बजे सबसे पहले बैलेट पेपर की गिनती होगी। उसके बाद ईवीएम मशीनों पर पड़े मतों की गिनती की जाएगी। सुबह नौ बजे से रूझान आने शुरू हो जाएंगे। उम्मीद है कि दोपहर तक नतीजे साफ हो जाएंगे।
14 प्रत्याशी हैं मैदान में
गाजियाबाद विधानसभा उपचुनाव में 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच माना जा रहा है। भाजपा से महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा प्रत्याशी हैं जबकि सपा ने सिंहराज पर दांव लगाया है। बसपा से परमानंद गर्ग चुनाव मैदान में और आजाद समाज पार्टी ने सत्यपाल चौधरी को चुनाव लड़ाया है।
ये भी हैं प्रत्याशी
हिन्दुस्तान निर्माण दल से जेल में बंद हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी की पत्नी पूनम चौधरी चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा राष्ट्रवादी जन लोक पार्टी से धर्मेन्द्र सिंह, सम्राट मिहिर भोज समाज पार्टी से पवन कुमार, राष्ट्रीय बहुजन कांग्रेस पार्टी से गयादीन अहिरवाल, सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी से रवि कुमार पांचाल और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शमशेर राणा, विनय कुमार शर्मा, मिथुन जयसवाल और रूपेश चंद्र चुनाव मैदान में हैं।
कम मतदान, जल्द आएगा परिणाम
गाजियाबाद विधानसभा उपचुनाव के लिए मात्र 33.30 मतदाताओं ने वोट डाले हैं, जाहिर तौर पर ऐसे में परिणाम जल्दी घोषित होंगे। गाजियाबाद वालों ने अपना विधायक चुनने के लिए कुल 1,53,747 वोट डाले हैं। वोट डालने वालों में 88,626 पुरुष और 65,118 महिलाओं अलावा तीन ट्रांसजेंडर्स ने मताधिकार का प्रयोग किया। 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 51.6 प्रतिशत मतदान हुआ था और विजयी प्रत्याशी भाजपा के अतुल गर्ग को करीब 1.51 लाख से अधिक मत प्राप्त हुए थे।
भाजपा का गढ़ रहा है गाजियाबाद
नए परिसीमन के बाद गाजियाबाद सदर सीट पर भाजपा केवल एक बार, 2012 में चुनाव हारी है। उस चुनाव में बसपा के सुरेश बंसल ने भाजपा के अतुल गर्ग को पटखनी दी थी। उसके बाद 2017 और फिर 2022 में अतुल गर्ग ने यह सीट भाजपा की झोली में डाली। 2007 में गाजियाबाद सदर सीट से सुनील शर्मा पहली बार विधायक चुने गए थे। 2002 में गाजियाबाद से विधायक चुने गए कांग्रेस के सुरेंद्र प्रकाश गोयल 2004 में सांसद चुने गए थे और उसके बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव में सपा के सुरेंद्र कुमार मुन्नी ने भाजपा प्रत्याशी सुनीता दयाल को हराकर बाजी अपने नाम कर ली थी।