Ghaziabad News : गाजियाबाद में बाढ़ के पानी से अभी लोगों राहत मिली भी नहीं थी कि उसके साइड इफ्केट सामने आने लगे हैं। दरअसल जलभराव होने के कारण आम लोग ही नहीं पशु और रेंग वाले जीव भी अपने बिलों से बाहर आने लगे हैं। जिसके सांप अपने बचाव के लिए इंसानी घरों में अपने लिए सुरक्षित जगह तलाश रहे हैं किन्तु इसी तलाश में कभी कभी इंसानों को मौत की नींद भी सुला रहे हैं। ताजा मामला बम्हैटा गांव का है। जहां मजदूरी करके गुजारा करने वाले सूरज के घर को दीपक एक विषधर ने बुझा दिया।
फर्श पर सोते समय काटा
मंगलवार सुबह दो बजे फर्श पर चटाई डालकर सो रहे 35 वर्षीय दीपक पुत्र सूरज को कोबरा सांप ने डस लिया। दर्द होने पर दीपक ने शोर मचाया तो सांप तेजी से बाहर निकल गया। शोर सुनते ही पड़ोसी अनिल कुमार ने देखा तो दीपक के हाथ की अंगुली में सांप ने काट रखा था। हाथ में बंद लगाया और तुरंत संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल में दीपक को भर्ती कराया गया। ईएमओ डा. योगेंद्र कुमार ने दीपक का इलाज शुरू करते हुए एंटी स्नेक वेनम वैक्सीन लगाई। लेकिन सांप का जहर पूरे शरीर में फैल चुका था। सुबह सात बजे दीपक बेहोश हो गया। जांच के बाद चिकित्सकों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया। सीएमएस डा. विनोद चंद पांडेय ने बताया कि दीपक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी है।
15 दिन में सर्पदंश के 20 भर्ती
जिला एमएमजी, संयुक्त अस्पताल, सीएचसी डासना, मोदीनगर, मुरादनगर, भोजपुर और लोनी में पिछले 15 दिन में सांप के काटने पर 20 लोगों को भर्ती कराया गया। जिला एमएमजी अस्पताल में गार्ड देवेंद्र, विकुल कुमार,साकिब, प्रीति,शिवकुमार और रामसिंह को भर्ती कराया गया। इनमें से बम्हैटा की रहने वाली 21 वर्षीय प्रीति की मौत हो चुकी है। शेष स्वस्थ हो गए हैं। डा. संतराम वर्मा का कहना है कि सांप के काटने पर तुरंत बंद लगाते हुए नजदीकी अस्पताल पहुंचकर एंटी स्नेक वेनम वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। इससे अधिकांश लोगों की जान बचना संभव है। कुछ सांप ही जहरीले होते हैं।