Ghaziabad News : आरआरटीएस कॉरिडोर के दोनों तरफ विशेष विकास क्षेत्र (SDA) विकसित किया जाएगा। वहां जिले की सबसे ऊंची इमारतें देखने को मिलेंगी। विशेष विकास क्षेत्र का फ्लोर एरिया रेश्यो (FAR) भी बढ़ाया जाएगा। इसके बाद यहां गगनचुंबी इमारतें देखने को मिलेंगी। नक्शा पास करने से जीडीए को यहां से मोटी कमाई होगी। साथ ही इस कमाई का 50 फीसदी हिस्सा एनसीआरटीसी को दिया जाएगा।
क्या है पूरी योजना
आरआरटीएस कॉरिडोर के किनारे मिश्रित भूमि पर विकसित की जाने वाली इमारत का एफएआर साढ़े तीन से बढ़ाकर पांच किया जाएगा। जीडीए के अनुसार, आरआरटीएस कॉरिडोर के दोनों तरफ 500 मीटर और स्टेशन के पास डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र को इनफ्लुएंस जोन के रूप में घोषित किया गया है। इस पूरे क्षेत्र को मिश्रित भू-उपयोग की श्रेणी में रखा गया है। आरआरटीएस के दोनों तरफ बने घरों में दुकान बनाए जाने की सुविधा भी दी जाएगी। मास्टर प्लान-2031 के अनुसार, इस क्षेत्र में आवासीय और व्यावसायिक सुविधा एक ही भवन में मिलने लगेगी। स्टेशन के आसपास विकास काफी तेजी से होगा। भवन के नक्शे बनाने की प्रक्रिया में होने वाली आय का 50 फीसदी हिस्सा एनसीईआरटी के खाते में जाएगा।
सिटी लॉजिस्टिक पार्क
मास्टर प्लान-2031 में दो सिटी लॉजिस्टिक पार्क बनाने की भी योजना है। एक सिटी लॉजिस्टिक पार्क लोनी क्षेत्र में बनाया जाएगा। जबकि दूसरा डासना में बनाया जाएगा। बता दें कि लोनी में बनाए जाने वाले सिटी लॉजिस्टिक पार्क से नॉर्थ और वेस्ट की तरफ जाने वाले लॉजिस्टिक का प्रबंधन किया जाएगा। जबकि डासना में बनने वाले लॉजिस्टिक पार्क से दक्षिण और पूर्व की तरफ से आने वाले लॉजिस्टिक का प्रबंधन किया जाएगा। इसके अलावा पांच ट्रांसपोर्ट नगर भी चिह्नित किए गए हैं।