Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश आवास विकास आवासीय भूखंडों और भवनों में चल रही सभी तरह की व्यावसायिक गतिविधियों को बंद करने की तैयारी में है। इसको लेकर आवास विकास ऐसे भवन और भूखंड मालिकों को चिह्नित कर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया में है। जिसके बाद सेक्टर 16 वसुंधरा में कई प्लॉट मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई ऐसे आवासीय भवनों पर की जाएगी जिन भवनों के मालिक भूतल पर व्यावसायिक गतिविधियां कर रहे हैं।
यह है पूरा मामला
वसुंधरा कॉलोनी में कई व्यावसायिक संरचनाएं हैं और आवास विकास ने भी प्रत्येक सेक्टर में व्यावसायिक परिसर बनाए हैं। इसके बावजूद आवासीय क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर व्यावसायिक गतिविधियां की जा रही हैं। जलवायु कार्यकर्ता प्रसून के अनुसार 2004 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक फैसले में वसुंधरा के घरों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों को अवैध बताया था। हालांकि तब से आवासीय संरचनाओं का व्यवसायीकरण न केवल बढ़ गया बल्कि आज पर्यावरण के लिए खतरा पैदा कर रहा है। साथ ही नागरिक बुनियादी ढांचे पर भी बोझ पड़ रहा है।
पर्यावरण के लिए बड़ा खतरा
विशेष रूप से वसुंधरा में प्रदूषण बोर्ड द्वारा निगरानी के अनुसार वायु गुणवत्ता सूचकांक हमेशा उच्च स्तर पर रहता है जो इस कॉलोनी में बढ़ती व्यावसायिक गतिविधियों की ओर इशारा करता है। जो कभी अपनी हरियाली और खुली जगह के लिए पसंद की जाती थी। आवास विकास परिषद प्लाटों और मकानों में चल रही अवैध व्यावसायिक गतिविधियों पर नजर रखे हुए है। इसके बाद भी इसकी लगातार शिकायत करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि नोटिस के दायरे में कई बड़े शोरूम, राशन की दुकान, रेस्टोरेंट, इलेक्ट्रॉनिक और बर्तन बेचने की दुकानें हैं।