Ghaziabad News : बीते 15 जुलाई को गाजियाबाद में घर की बहू और बच्चों को गन प्वाइंट पर लेकर 75 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या करने के बाद आरोपी कीमती सामान को लेकर फरार हो गए थे। इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने 5 टीमों का गठन किया और पूरे मामले का खुलासा किया है। इस मामले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में घर की बहू और उसके बॉयफ्रेंड समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी लोगों ने प्रॉपर्टी के चक्कर में हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। घर की बहू ने ही पूरी वारदात की योजना खुद बनाई। बहू ने अपने प्रेमी से पहले घिनौना काम करवाया था। बहू कविता ने अपने बेटे को गनपॉइंट पर रखवा दिया था।
मकान की कीमत करीब एक करोड़ रुपए
एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि टीला मोड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पसोड़ा गांव में शिव मंदिर के पास 75 वर्षीय जसवंत शर्मा अपने पूरे परिवार के साथ रहते थे। जसवंत शर्मा के मकान की कीमत करीब एक करोड़ रुपए है। मकान के अंदर काफी सारे गोदाम बने हुए थे। जिनके किराए से ही जसवंत शर्मा का घर चलता था।
बड़े बेटे की 20 साल पहले हुई थी कविता से शादी
उन्होंने बताया कि जसवंत शर्मा के दो बेटे हैं। बड़े बेटे की करीब 20 साल पहले शादी हो गई थी, लेकिन 7 साल पहले उसकी मौत हो गई। बड़े बेटे की पत्नी का नाम कविता है। कविता अपने दो बच्चों के साथ अपने ससुराल में रहती है। जसवंत शर्मा के छोटे बेटे का नाम पंकज शर्मा है, जिसकी अभी तक शादी नहीं हुई है।
15 जुलाई दोपहर 2:00 बजे की घटना
बीते 15 जुलाई को दोपहर करीब 2:00 बजे जसवंत शर्मा के घर में कुछ बदमाश घुस गए। बदमाशों ने घर की बहू कविता के हाथ-पैर बांध दिए और उसके बेटे को गन प्वाइंट पर ले लिया। उसके बाद बदमाशों ने जसवंत शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश कीमती सामान को लेकर मौके से फरार हो गए। यह पूरी जानकारी कविता ने पुलिस को दी।
देवर पंकज सिंह ने अपनी भाभी पर जताई हत्या की आशंका
इस घटना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू की। जिस समय यह वारदात हुई, उस समय पंकज शर्मा अपने भतीजे यानी कि कविता के बेटे को लेकर कहीं घूमने गया हुआ था। गाजियाबाद पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी पंकज शर्मा को दी और जल्द से जल्द आने के लिए कहा। आते ही पंकज शर्मा ने अपनी भाभी की बात सुनी तो उसने अपनी भाभी कविता के खिलाफ ही टीला मोड़ थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया। पंकज शर्मा को शक था कि उसकी भाभी ने ही पूरी वारदात को अंजाम दिलवाया है।
कविता के रूम से मिली सिम
पुलिस ने कविता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर 5 टीमें गठित की और जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस को कविता के कमरे से एक सिम मिला। जब कविता से इस सिम के बारे में पूछताछ की गई तो उसने कह दिया कि उसको इस सिम के बारे में कुछ नहीं पता है। जिसके बाद पुलिस ने सिम को चालू किया और कॉल डिटेल रिपोर्ट निकाल ली। कॉल डिटेल रिपोर्ट से पता चला कि इस सिम से एक व्यक्ति को काफी बार वारदात वाली रात को कॉल किया गया है। उसी के आधार पर पुलिस ने आगे की छानबीन की और पूरे मामले का खुलासा कर दिया। इस खुलासे के बाद पंकज शर्मा और कविता के बच्चों की पांव तले जमीन खिसक गई।
ऐसे हुई थी आशिक से मुलाकात
गाजियाबाद के उच्च अधिकारियों ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जसवंत शर्मा के बड़े बेटे की मौत के बाद कविता शर्मा अपने ससुराल में अपने बच्चों के साथ रह रही थी। कविता शर्मा की अपने पति की मौत के बाद 2 साल पहले एक टैक्सी ड्राइवर से मुलाकात हुई थी। टैक्सी ड्राइवर का नाम परवेश था। परवेश किसी मामले में जेल चला गया तो उसका मोबाइल इरशाद के पास आ गया। इरशाद और कविता एक दूसरे से फोन पर बातचीत करते थे और इसी दौरान दोनों में काफी बार मुलाकात भी हुई। दोनों में प्रेम संबंध बन गए थे और पिछले 2 सालों से प्रेम संबंध में ही थे।
ईद मनाने के लिए प्रेमी ने मांगे थे पैसे
गाजियाबाद पुलिस की पूछताछ के दौरान कविता ने बताया कि पति की मौत के बाद ससुर न तो खर्चा देता था और न ही प्रॉपर्टी में हिस्सेदारी दे रहा था। दूसरी ओर, ईद मनाने के लिए इरशाद ने कविता से कुछ रुपए मांगे थे। कविता ने आइडिया दिया कि अगर वह उसका घर लूट करेगा और ससुर की हत्या कर देगा तो उसको काफी रुपए मिल सकते है। इसके अलावा दोनों ने अपने फ्यूचर के बारे में भी बातचीत की थी। जिसके बाद इरशाद अपने साथी मोहम्मद नौशाद और साजिद के साथ इस वारदात को अंजाम दिया। गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी और घर की बहू कविता, उसके बॉयफ्रेंड इरशाद, नौशाद और साजिद को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है।