Greater Noida West : ग्रेटर नोएडा वेस्ट से बड़ी खबर सामने आ रही है। गौर सिटी-2 में स्थित व्हाइट ऑर्चिड एपार्टमेंट में एक बड़ा प्रशासनिक कार्रवाई हुई है। डिप्टी रजिस्ट्रार (फम्र्स, सोसाइटीज एवं चिट्स गाजियाबाद) ने तत्काल प्रभाव से व्हाइट ऑर्चिड अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (एओए) को निरस्त कर दिया है। आरोप है कि उक्त एओए (AOA) का गठन अवैध रूप से किया गया था।
एओए पर लगे गंभीर आरोप
सूत्रों के अनुसार, एओए के गठन में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। आरोप है कि एओए का गठन पूरी तरह से अवैध तरीके से किया गया था। सबसे बड़ी असंगतता यह रही कि किसी भी निवासी से परामर्श नहीं लिया गया और न ही कोई वैध चुनाव प्रक्रिया अपनाई गई। दिनेश सक्सेना और अन्य निवासियों ने डिप्टी रजिस्ट्रार को एक संयुक्त पत्र सौंपा, जिसमें सुधीर कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली एओए पर गंभीर आरोप लगाए गए। आरोप है कि एओए ने सभी प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना की और न तो कोई चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई और न ही सामान्य सभा की बैठक बुलाई गई।
मेंटेनेंस के पैसे का हुआ दुरूपयोग
एओए के पदाधिकारियों पर एक और गंभीर आरोप यह है कि पिछले 10 महीनों में सोसाइटी के मेंटेनेंस के करोड़ों रुपये का गबन किया गया है। उनके द्वारा किए गए खर्चों का कोई स्पष्ट हिसाब-किताब नहीं दिया जा रहा है। मेंटेनेंस के पैसे का उपयोग अनावश्यक कार्यों में किया जा रहा है, जैसे कि पुराने कॉमन एरिया के टाइल्स को उखाड़कर वापस पुराने टाइल्स लगाना या पुराने स्विमिंग पूल को तोड़कर फिर से बनवाना।
निवासियों में दिखी खुशी की लहर
डिप्टी रजिस्ट्रार द्वारा एओए को निरस्त किए जाने के बाद सोसाइटी के निवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। निवासी अब न्याय की उम्मीद के साथ आगे की कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।