Greater Noida News : किसान आंदोलन की वजह से पुलिस ने कुछ किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट किया। जब यह बात जिले में फैल गई तो काफी सारे किसान रात को अपने घर से भाग गए। किसानों का कहना है कि अगर वह घर में रुकेंगे तो पुलिस उनको पकड़ लेगी। इस वजह से किस पहले से ही अपने घर से भाग गए। किसानों को कहना है कि अब सीधे आंदोलन में मुलाकात होगी।
पूरी रात इधर-उधर भागते रहे किसान
किसान नेता अतुल यादव ने बताया कि वह पूरी रात इधर-उधर भागते रहे। सुबह होने के बाद उन्होंने किसान नेताओं से मुलाकात की। अतुल यादव का कहना है कि अधिकारी किसी भी तरीके से इस आंदोलन को रोकना चाहते हैं। इस वजह से वह अपने घर में नहीं रुके। सुबह होने के बाद वह वापस लौटे हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुधीर भाटी का कहना है कि वह सोमवार की सुबह 4:00 बजे घर से गायब हो गए थे। उनको पता था कि किसान आंदोलन की वजह से उनको पुलिस पकड़ लेगी। सुधीर भाटी का कहना है कि हजारों की संख्या में समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा से रवाना हुए किसान
ग्रेटर नोएडा में स्थित यमुना प्राधिकरण पर धरना दे रहे किसान महामाया फ्लाईओवर की तरफ रवाना हो गए हैं। ट्रैक्टर पर बैठकर किसानों का समूह नोएडा के लिए निकल चुका है। इससे पहले किसानों और पुलिस के बीच नोकझोंक की स्थिति पैदा हुई। पुलिस ने किसानों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन किसानों ने किसी की एक नहीं सुनी। भारी संख्या में ट्रैक्टर पर सवार होकर किसान महामाया फ्लाईओवर की तरफ निकल चुके हैं।
20 से ज्यादा लोगों को किया नजरबंद
नोएडा में किसान आंदोलन को लेकर 20 से ज्यादा गांव में पंचायत हुई। इस दौरान कुछ लोगों ने वीडियो जारी किए। वीडियो जारी होने के बाद नोएडा पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई और कई लोगों को नजरबंद कर दिया। पुलिस ने सुमित तंवर और कपिल तंवर को नजरबंद किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने करीब 20 से ज्यादा लोगों को नजरबंद किया है। पुलिस किसी भी तरीके से इस आंदोलन को रोकना चाहती है, लेकिन किसान अपनी बातों पर अडिग है। किसानों का कहना है कि मांग पूरी होने के बाद ही आंदोलन समाप्त होगा। अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इसके अलावा किसानों ने कुछ अन्य लोगों को भी नजरबंद किया है।
एक लाख से ज्यादा किसान होंगे आंदोलन में शामिल
आज गौतमबुद्ध नगर के किसान दिल्ली कूच करेंगे। इसको लेकर रातभर रणनीति तैयार की गई। किसान सोमवार को ग्रेटर नोएडा से दिल्ली कूच करेंगे। बताया जा रहा है कि इस आंदोलन में करीब एक लाख से ज्यादा किसान शामिल हो सकते हैं। जिसमें करीब 30 हजार महिलाओं की संख्या होगी। किसानों के साथ पुलिस ने भी अपनी पूरी तैयारी कर ली है।
गांव-गांव चली पंचायत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता सुनील प्रधान ने बताया कि ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र में पड़ने वाले हर गांव में रातभर किसानों की बैठक चली है। जिसमें रणनीति तैयार की गई है। ग्रेटर नोएडा में स्थित बादलपुर, सादोपुर, मायचा, धूममानिकपुर, दनकौर, जेवर और सैनी आदि गांव में महिलाओं ने बैठक की है। महिलाओं ने फैसला लिया है कि आज सोमवार को अपने घर का काम का छोड़कर वह इस आंदोलन में हिस्सा लेंगी।
वार्ता विफल के बाद किसान हुए नाराज
आपको बता दें कि रविवार को तीनों प्राधिकरण के अधिकारियों, जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर के साथ किसानों की करीब 3 घंटे तक हाईलेवल बैठक चली थी। किसान अपनी बातों पर अडिग थे, लेकिन अधिकारियों का यह कहना था कि जल्द आपकी समस्या का समाधान करवाया जाएगा। जबकि किसान तत्काल अपनी समस्याओं के समाधान के लिए मांग कर रहे थे। इस बीच वार्ता विफल हो गई और किसान नाराज होकर चले गए। नाराज होते वक्त किसानों ने कहा कि अब दिल्ली कूच करेंगे। अब किसानों को कोई नहीं रोक सकता।
क्या हैं किसानों की मांगें?
गोरखपुर में बन रहे हाईवे के लिए 4 गुना मुआवजा दिया गया। जबकि गौतमबुद्ध नगर को चार गुना मुआवजे के लाभ से वंचित रखा गया है। इसके अलावा 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़ा है। नए कानून के लाभ जिले में लागू करने पड़ेंगे। किसानों की प्रमुख मांगों में 10 फीसदी विकसित भूखंड, हाई पावर कमेटी की सिफारिशों और नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ दिया जाना शामिल है। ये सारे निर्णय शासन स्तर पर लिए जाने हैं।