LUCKNOW : 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस का दिन सभी लोगों के लिए खास होता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस खास मौके पर विधान सभा में झंडा रोहण करेंगे। लोकतंत्र का ये त्योहार गरीब तबके के लिए भी खास होता है। 15 अगस्त का पर्व कई गरीब परिवारों का पेट भी भरता है। स्वस्तंत्रता दिवस के कुछ दिन पूर्व से आपको सड़कों पर तमाम लोग झंडा बेचते हुए दिख जाएंगे। ऐसे ही कुछ खास लोगों की कहानी ट्राईसिटी टुडे ने उठाई है। झंडा बेचने वालों के मुताबिक इस बार कोरोना के चलते बिक्री में थोड़ी कमी है।
झंडा बेचने वालों की कहानी
विधानसभा के बाहर रोजगार के तौर पर भारत का झंडा तिरंगा बेंच रहे विजय ने बताया की दिनभर में 250 से 300 रुपए बच जाते है। घर का पेट पाल लेते हैं किसी तरह, मजबूरी है क्या करें कोई काम नहीं है। कल अच्छी दुकानदारी हो सकती है। वहीं ब्रेजेश ने बताया कोरोना की वजह से बिक्री कम हो रही है। 200 से 250 रुपये कमा लेते है। घर किसी तरह चल रहा है। हजरतगंज चौराहे पर झंडा बेच रहे छोटू ने बताया घर कमाने वाला कोई नहीं है इसीलिए मैं झंडा बेच रहा हूँ। मैं छोटा हूं इसलिए शायद मुझसे कम लोग झंडा खरीदते हैं। लेकिन 100 से 150 रुपये बचा लेता हूँ। जिससे घर मे बैठी मां और बहन का पालन पोषण हो जाता है।
इसलिए मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस
15 अगस्त 1947 के दिन देश को आजादी मिली थी। अंग्रेजों के जुल्मों को करीब 200 साल तक झेलने के बाद मिली मुक्ति में कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने खून की आहुति दी। ऐसे में हर भारतीय के लिए ये दिन बहुत महत्वपूर्ण होता है। लोग स्वतंत्रता दिवस पर सेनानियों द्वारा किये गए अप्रतिम त्याग और बलिदान को याद करते हैं।
तीन रंगों से नहा उठी इमारतें
विधानभवन, सचिवालय, बापू भवन, योजना भवन, डीआरएम कार्यालय, रोडवेज, परिवहन मुख्यालय, शहीद स्मारक के अलावा अमीनाबाद, यहियागंज, चौक, हजरतगंज, आलमबाग, चारबाग, नादानमहल रोड, भूतनाथ बाजार, इंदिरानगर, गोमतीनगर, अलीगंज समेत सभी बाजारों में शनिवार को रौनक दिखी। धार्मिक इमारत से लेकर निजी इमारतें तिरंगी रोशनी से नहा उठीं। शहर का बाजार भी पूरी तरह आजादी के रंग में रंगा नजर आ रहा है। दुकानों में हर साइज के तिरंगे बिकते दिखे। शॉपिंग मॉल में भी लोग खरीदारी करते नजर आए।