ओखला पक्षी विहार के लिए दो सप्ताह में होगा एजेंसी का चयन

Tricity Today | Okhla Bird Sanctuary



ओखला पक्षी विहार के विकास में एक बार फिर बाधा आती दिख रही है। इस बार मामले शासन की ओर से लटक गया है। शासन को यहा हो रहे विकासीय कार्यो के लिए एक एजेंसी का चयन करना था। 

जिला वन अधिकारी ने कहा कि एक से दो सप्ताह में एजेंसी को अंतिम रूप दिया जा सकता है। ओखला पक्षी विहार में पहले चरण के कार्य पूरा करने की अंतिम तिथी फरवरी 2019 के मध्य थी। शुरूआत मेंए धन की कमी और फिर इसे प्राप्त करने की प्रक्रिया का पालन करने में देरी हुई। ऐसे मे वर्ष 2019 के अंत के महीनों में विभाग को एक करोड़ रुपए का फंड मिला। 

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण के विकासीय कार्यो को करने के लिए एक करोड़ रुपए की धनराशि तो मिल गई है लेकिन एजेंसी के नियुक्त होने की प्रतिक्षा की जा रही है। विकासीय योजना के तहत ओखला पक्षी विहार में एक व्याख्या केंद्र, एक पुस्तकालय, एक आगंतुक केंद्र, रिसेप्शन काउंटर, बेहतर वॉचटावर, साइन बोर्ड, एक थिएटर, बायो.टॉयलेट, अभयारण्य की नई प्रविष्टि, एक स्मारिका दुकान, गाइड, विवरणिका आदि किया जाना है। इसमे अब तक मुख्य गेट, नांव और वॉच टावर का निर्माण शुरू हो सका है। 

बता दें वर्ष 1990 में अधिसूचित ओखला पक्षी विहार देश के 466 महत्वपूर्ण ब्रीडिंग क्षेत्रों में से एक है। यह पक्षी विहार 300 से अधिक प्रजातियों के पक्षी प्रवास करते है। 2018-19 के सीजन में 25000 से अधिक आगंतुकों को आकर्षित किया था। वर्तमान में, इसमें पक्षियों के लिए टीले, द्वीप, शिक्षा कार्यक्रमों के लिए खुली जगह, सडक़ें, बांस के रास्ते, वॉच टॉवर, बर्डिंग पॉइंट, नेचर ट्रेल्स, दूरबीन और आगंतुकों के बैठने के लिए बेंच है।

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