गौतमबुद्ध नगर में भू-माफियाओं की शामत, डीएम ने सिंचाई विभाग की 50 शिकायतों पर एफआईआर का आदेश दिया

नोएडा | 4 साल पहले | Rakesh Tyagi

Tricity Today | Suhas LY IAS, DM Gautam Buddh Nagar



अब गौतमबुद्ध नगर में भू माफियाओं की शामत आने वाली है। सिंचाई विभाग की ओर से 50 माफियाओं के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई हैं। इन पर अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। सोमवार को जिला प्रशासन, पुलिस और सिंचाई विभाग की संयुक्त बैठक में जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने तमाम शिकायतों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इस बैठक का आयोजन ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया है।

जिले के भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज करने के लिए सोमवार को डीएम सुहास एलवाई ने विभिन्न विभागों के अफसरों के साथ ऑनलाइन बैठक की। डीएम ने कहा कि जिले में जो भी भूमाफिया चिन्हित होगा, उसके खिलाफ संबंधित विभाग के अधिकारी सबसे पहले थाने में प्राथमिकी दर्ज कराएं। डीएम ने पुलिस को कहा कि सिंचाई विभाग की 50 तहरीर लंबित पड़ी हैं, उन सब शिकायतों पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाए।

डीएम सुहास एलवाई ने सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए हैं कि उनकी भूमि पर जिन भू माफियाओं ने अवैध कब्जा किया है, उनके खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करवाएं। ऐसे भू माफियाओं पर माफिया एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की जाए। ऐसे भूमाफिया जिनके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई ही नहीं की गई है, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। सिंचाई विभाग के अधिकारी ने डीएम को बताया कि उनकी ओर से अब तक 50 तहरीर नोएडा और ग्रेटर नोएडा के विभिन्न थानों में दी गई हैं। इनमें अब तक पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है। डीएम ने पुलिस अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिया है। 

जिले के 9 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रस्ताव पास

बैठक में समीक्षा करते हुए डीएम ने पाया कि भूमाफिया के संबंध में 9 नए प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जो बड़े भूमाफिया हैं। उनके खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जाए। जनपद के सभी प्राधिकरण क्षेत्र में जो भू माफिया सक्रिय हैं, उनके खिलाफ प्राधिकरण के अधिकारी रिपोर्ट दर्ज कराएं। रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई जाए।
डीएम ने कहा कि जनपद में भू माफियाओं से जो भूमि मुक्त कराई जा रही है और उनके खिलाफ जो कार्रवाई की जा रही है, उसका प्रचार प्रसार भी कराया जाए। डीएम ने समीक्षा के दौरान बताया कि वन विभाग के माध्यम से 6 हेक्टेयर भूमि माफियाओं से मुक्त कराई गई है। अन्य विभाग के अधिकारियों को भी भू माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

भूमाफिया से सांठगांठ करने वाले कर्मचारी और अवसर नपेंगे

डीएम सुहास एलवाई ने कहा कि सिंचाई विभाग, पंचायत राज विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, जिले के तीनों विकास प्राधिकरण, नगर निकाय और वन विभाग भू माफिया के कब्जे से अपनी संपत्तियों को मुक्त करवाएं। जिला प्रशासन, पुलिस, प्राधिकरण और विभाग मिलकर संयुक्त रूप से भू माफिया के खिलाफ कार्यवाही करें। इतना ही नहीं डीएम ने कहा कि अगर किसी भी विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी भूमाफिया से तालमेल या सांठगांठ करते पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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