Tricity Today | निठारी कांड के लिए कुख्यात कोठी नंबर डी-5 में आग लगी
2006 Noida serial murders : नोएडा के निठारी कांड (Nithari Case) के लिए कुख्यात कोठी नम्बर डी-5 में आग लग गई है। यह निठारी कांड में फांसी की सजा पाए कारोबारी मोनिंदर सिंह पंधेर की कोठी है। इसी कोठी में नरसंहार का दोषी सुरिंदर कोली रहता था। कोठी नंबर डी फाइव में मंगलवार की दोपहर अचानक आग लग गई। आस-पड़ोस के लोगों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को फोन करके जानकारी दी। मिली जानकारी के मुताबिक फायर ब्रिगेड के मौके पर पहुंचने से पहले ही आग बुझा दी गई थी। कोठी लंबे अरसे से बंद पड़ी है लिहाजा कोई नुकसान नहीं हुआ है।
निठारी से मिली जानकारी के मुताबिक कोठी नंबर डी फाइव निठारी नरसंहार कांड के बाद से बंद पड़ी हुई है। इसमें कोई नहीं रहता है। आसपास के लोग कूड़ा करकट और कचरा फेंकते रहते हैं। दरवाजे और खिड़कियां टूट चुके हैं। कोठी के अहाते में झाड़ियां उगी हुई हैं। यहां अक्सर नशा करने वाले और अवांछित तत्व घूमते रहते हैं। इन्हीं में से किसी ने जलती हुई बीड़ी या सिगरेट डाल दी होगी। जिसकी वजह से यह आग लगी है। आपको बता दें कि यह कोई पहला अवसर नहीं है, जब कोठी नंबर डी फाइव में आग लगी है। इससे पहले भी कई बार कोठी नंबर डी फाइव में आग लग चुकी है।
आपको बता दें कि वर्ष 2005 और 2006 में निठारी में व्यापारी मोनिंदर सिंह पंढेर के घर यह हत्याकांड हुआ था। मोनिंदर सिंह और उनके नौकर के खिलाफ दायर 16 में से दस मामलों में दोषी ठहराया गया था। दोनों को मौत की सजा सुनाई गई थी। दिसंबर 2006 में निठारी निवासियों ने बताया कि उनके बच्चों की हत्या करके मांस खाया गया है। उन्हें बच्चों के अवशेषों का स्थान पता है। बच्चे पिछले दो वर्षों में गायब हो गए थे। पुलिस ने जांच शुरू की तो कोठी नंबर डी फाइव के पीछे नाले में नरकंकाल मिले थे। पूर्व रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) के अध्यक्ष एससी मिश्रा से लोगों ने मदद मांगी। उस सुबह मिश्रा और दोनों निवासियों ने टैंक और नाली की खोज की थी।