सुपरटेक को नोएडा अथॉरिटी ने भेजा नोटिस, नोएडा की कैप्टाउन सोसायटी में बड़ी गड़बड़ी सामने आई

नोएडा | 4 साल पहले | Rakesh Tyagi

Google Image | सुपरटेक केपटाउन हाऊसिंग सोसायटी



नोएडा के सेक्टर-74 में स्थित सुपरटेक केपटाउन हाऊसिंग सोसायटी (Supertech Capetown) को नोएडा विकास प्राधिकरण (Noida Authority) ने नोटिस भेजा है। हाऊसिंग सोसायटी का मैनेजमेंट खुले क्षेत्र में अवैध पार्किंग करवा रहा है। इसको तत्काल हटाने का आदेश प्राधिकरण ने बिल्डर को नोटिस भेजकर दिया है। नोटिस मिलने के बाद 15 दिनों में अवैध पार्किंग हटाकर प्राधिकरण को जानकारी देनी होगी। यदि बिल्डर ने यह अवैध पार्किंग नहीं हटाई तो प्राधिकरण ने कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।

सुपरटेक केपटाउन सोसायटी में 38 टावर हैं। इसमें करीब 5200 फ्लैट हैं। सुविधाओं के अभाव में सोसायटी वासियों को भारी दिक्कत हो रही हैँ। सोसायटी की Apartment Owners Association (एओए) अध्यक्ष अरूण शर्मा ने कहा, "बिल्डर ने सोसायटी में रहने वाले लोगों की संख्या के हिसाब से पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। विजिटर के लिए अलग से पार्किंग क्षेत्र नहीं है। यहां 573 पार्किंग स्पेस विजिटर के लिए आरक्षित थे। इसे बिल्डर ने अवैध तरीके से बेच दिया है। खुले क्षेत्र में पार्किंग को लेकर निवासी लंबे समय से विरोध कर रहे हैँ। विजिटर्स के लिए पार्किंग व्यवस्था नहीं है।"

सोसायटी के निवासी वीके गुप्ता ने बताया कि यहां विजिटर के लिए अलग से पार्किंग नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जब भी किसी का कोई रिश्तेदार आता है तो उन्हें गेट के बाहर ही वाहन खड़ा करना पड़ता है। बिल्डर ने यहां बुनियादी सुविधाएं तक नहीं दी हैं। ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण करके वाहनों की पार्किंग बना दी है। सोसायटी के अंदर पर्याप्त जगह नहीं है। लोग मजबूर होकर ग्रीन बेल्ट पर अपने वाहन खड़े करते हैं। इससे ग्रीन बेल्ट पर लगे पेड़-पौधे सूख चुके हैं। पहले भी बिल्डर से जवाब मांगा गया है लेकिन वह किसी की बात सुनने को तैयार नहीं है।

सुपरटेक केपटाउन के निवासियों ने कहा, नोएडा विकास प्राधिकरण के बिल्डिग बायलॉज के तहत निर्धारित नियमों का उल्लंघन करने पर बिल्डर के खिलाफ शिकायत की गई थी। उत्तर प्रदेश सरकार के जनसुनवाई पोर्टल पर मिली शिकायत के बाद नोएडा प्राधिकरण ने सुपरटेक बिल्डर को नोटिस जारी करके जवाब मांगा था। प्राधिकरण ने बिल्डर को हिदायत दी थी कि वह तुरंत खुले क्षेत्र में पार्किंग बेचने का काम बंद करें। यही नहीं जवाब भी दें कि यह किस कारण से किया गया। बिल्डर को चेतावनी दी गई है कि अगर उसने नियत अवधि में अवैध पार्किंग खत्म नहीं की गई तो कार्रवाई की जाएगी।

दूसरी ओर इस मुद्दे पर बात करने के लिए बिल्डर से सम्पर्क किया गया है लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रत्युत्तर नहीं दिया गया है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि बिल्डर से जवाब मिलने का इन्तजार किया जा रहा है। उन्हें 15 दिनों में कार्यवाही करके जानकारी देनी है। अगर जवाब नहीं आता और बिल्डर अवैध पार्किंग खत्म नहीं करेगा तो दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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