Noida News : उत्तर प्रदेश के साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36 पुलिस ने शुक्रवार को 2 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग विभिन्न बैंकों और कंपनियों के कॉल सेंटर नंबर को हैक कर वहां पर शिकायत करने वाले लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और उनके खाते से मोटी रकम निकाल लेते हैं।
नोएडा साइबर क्राइम ने किया गैंग का खुलासा
नोएडा के सेक्टर-36 स्थित साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि गाजियाबाद के रहने वाले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल से रिटायर्ड अधिकारी स्टीफन वी थॉमस ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कुछ दिन पूर्व उनका नेट बैंकिंग काम नहीं कर रहा था। उन्होंने बैंक के टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया और अपनी नेट बैंकिंग चालू करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद एक व्यक्ति का फोन आया। उसने अपने आपको बैंक का कर्मचारी बताया। उनके बैंक की पूरी डिटेल उसके पास थी। साइबर ठग ने अपनी बातों में फंसा कर उनसे ओटीपी नंबर हासिल कर लिया और उनके खाते से 5 लाख 97 हजार रुपया निकाल लिया।
टोल फ्री नंबर हैक करके करते थे ठगी
थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही पुलिस ने आज लईक और मोहम्मद रियाज नामक दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन, 10 डेबिट कार्ड आदि बरामद किया है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग विभिन्न कंपनियों के शिकायत करने वाले टोल फ्री नंबर को हैक कर वहां पर शिकायत दर्ज कराने वाले लोगों का डाटा हासिल करते हैं और उनसे कंपनी का अधिकारी बन कर बात करते हैं। अपने जाल में फंसा कर लोगों के खाते से रकम निकाल लेते हैं।
सैकड़ों लोगों को बनाया निशाना
पुलिस को यह भी पता चला है कि आरोपी गरीब लोगों से लोन दिलाने के नाम पर संपर्क करते हैं और उनसे उनके जरूरी दस्तावेज लेकर धोखाधड़ी करके बैंकों में खाता खुलवाते हैं। लोगों से ठगी गई रकम उन्ही खातों में ये लोग ट्रांसफर करते हैं। पुलिस को इनके गैंग के कुछ और लोगों के बारे में जानकारी मिली है। उनकी भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। गिरफ्तार बदमाशों में है एक मोहम्मद रियाज जनपद बिजनौर से कई बार धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है। इन लोगों ने अब तक करीब 200 लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने की बात स्वीकार की है। पुलिस उन खातों को फ्रीज कर रही है, जिनमें इन लोगों ने रकम डाली है।