Noida News : सेक्टर-51 के निवासियों को कहना है कि अगर प्राधिकरण (Noida Authority) और नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) ने उनकी बात नहीं मानी तो वह दोनों के खिलाफ हाईकोर्ट (High Court) चले जाएंगे। यह मामला नोएडा सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन (Sector-52 Metro Station) से जुड़ा हुआ है। वैसे तो जिले के अन्य लोगों को यह बात काफी आम लग रही है, लेकिन हकीकत में सेक्टर-51 की आरडब्ल्यू का कहना है कि उनके साथ नोएडा प्राधिकरण ने गलत किया है। नोएडा सेक्टर-51 की आरडब्ल्यू का कहना है कि हमारा हक किसी और को दे दिया गया है, जो सरासर गलत है। हम अपने हक के लिए नोएडा प्राधिकरण और एनएमआरसी के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
आइए जानते हैं, क्या है पूरा मामला
दरअसल, नोएडा का सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन सेक्टर-51 की जमीन पर बना हुआ है। सेक्टर-51 के निवासियों की पिछले काफी सालों से मांग है कि अगर मेट्रो स्टेशन सेक्टर-51 बना है तो उसको सेक्टर-51 का ही दर्जा दिया जाना चाहिए, लेकिन नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और नोएडा अथॉरिटी ने सेक्टर-51 की जमीन पर बना हुआ मेट्रो स्टेशन सेक्टर-52 के नाम पर रखा हुआ है।
सेक्टर-51 की वजह से नोएडा प्राधिकरण फायदे में पहुंचा
सेक्टर-51 आरडब्लूए के महासचिव संजीव कुमार का कहना है कि पहले यह मेट्रो स्टेशन सेक्टर-34 की तरह बीच सड़क पर बनना था, लेकिन सेक्टर-51 के निवासियों ने अपनी जमीन नोएडा मेट्रो को दे दी। अगर आज बेहतर कनेक्टिविटी है तो वह सेक्टर-51 के निवासियों की वजह से है। अगर इस सेक्टर के निवासी अपनी जमीन नहीं देते तो शायद नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की बेहतर कनेक्टिविटी अधूरी रह जाती और हर साल करोड़ों रुपए का नुकसान होता।
पुलिस और अधिकारियों को भी होती है दिक्कतें, कई बार दो थानों में हुआ विवाद
संजीव कुमार का कहना है कि सबसे बड़ी दिक्कत पुलिस टीम को होती है। जब सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन पर कोई घटना होती है तो पुलिस को सूचित किया जाता है। जिसके बाद सेक्टर-24 थाना पुलिस टीम मौके पर पहुंचती है। जब पुलिस टीम मौके पर आती है तो उनको पता चलता है कि सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन सेक्टर-51 की जमीन पर बना हुआ है और सेक्टर-51 का क्षेत्र सेक्टर-49 थाना क्षेत्र में लगता है। इसी की वजह से सेक्टर 24 और 49 थाने की पुलिस आपस में विवाद करने लगती है। वह एक दूसरे पर पल्ला झाड़ने लगते हैं। जिसकी वजह से आम जनता को दिक्कतें होती हैं, केवल आम लोगों को ही नहीं बल्कि अधिकारी तक इस बड़ी समस्या से परेशान है।
रितु माहेश्वरी भी नहीं कर रही कोई मदद, कोर्ट में जाना मजबूरी
आरडब्ल्यू महासचिव का कहना है कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर काफी बार नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी और नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की एमडी रितु माहेश्वरी से बातचीत की है। काफी बार संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा गया है। उसके बावजूद भी नोएडा प्राधिकरण सेक्टर-51 के निवासियों की इस बड़ी समस्या का समाधान नहीं कर रहा है। अब ऐसे में आरडब्लूए और सेक्टर के निवासी प्राधिकरण के खिलाफ हाई कोर्ट जाने के लिए मजबूर है। निवासियों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द इस बड़ी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो प्राधिकरण के खिलाफ कोर्ट में जाना उनकी मजबूरी बन जाएगी।