तमाम प्रयासों के बावजूद इंजेक्शन और दवाओं के नाम पर होने वाले फ्रॉड के मामलों में कमी नहीं आ रही है। नोएडा पुलिस ने हाल ही में एक अभियुक्त पर रासुका के तहत दवाओं के कालाबाजारी में मामला दर्ज किया था। लेकिन ऐसी गतिविधियों में शामिल तत्वों पर लगाम नहीं लग रही। ताजा मामले में नोएडा में ब्लैक फंगस के इलाज में जरूरी इंजेक्शन दिलाने के नाम पर एक युवक से कथित रूप से 30 हजार रुपये की ठगी हुई है। पीड़ित ने इस बाबत थाना सेक्टर-49 में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
पुलिस ने बताया कि सेक्टर-72 में रहने वाले रेशपाल चौधरी ने ठगी के बारे में शिकायत दी है। इसके मुताबिक, पीड़ित इंटरनेट के जरिए आरएन सिंह नाम के व्यक्ति के संपर्क में आए। बाद में उन्होंने इंजेक्शन के लिए उसके खाते में गूगल पे के माध्यम से 30 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। थाना सेक्टर-49 के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि चौधरी के भाई ब्लैक फंगस से पीड़ित हैं। उनके उपचार के लिए जरूरी इंजेक्शन खरीदने को लेकर चौधरी का इंटरनेट के जरिए आरएन सिंह नाम के व्यक्ति से संपर्क हुआ।
उसने पीड़ित की बातचीत बुलंदशहर में रहने वाले शिवम से कराई। उन्होंने बताया कि शिवम ने 30 हजार रुपये में दो इंजेक्शन देने का वादा किया। आरएन सिंह ने यह रकम गूगल-पे के जरिए अपने खाते में मंगवा ली। लेकिन इंजेक्शन नहीं दिए। थाना प्रभारी ने बताया, जांच में पाया गया है कि पैसे लेने वाले व्यक्ति का नाम आरएन सिंह नहीं है। उसने फर्जी नाम बताया था। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के आधार पर जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।