गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने सोशल मीडिया पर उड़ाए जा रहे उन अफवाहों का खंडन करते हुए कहा है कि जिले में कोरोना वायरस के टेस्ट की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। कुछ असामाजिक तत्व जान-बूझकर सोशल मीडिया पर लोगों में भ्रम फैला रहे हैं और इन मुश्किल हालातों में बहादुरी से कर्तव्य निभा रहे स्वास्थ्य कर्मियों एवं डॉक्टर का मनोबल तोड़ रहे हैं। सीएमओ ने कहा है कि हम अपनी क्षमता अनुसार इस कठिन घड़ी में भी काम करते रहेंगे।
पूरी क्षमता से परीक्षण जारी है
बताते चलें कि गौतमबुद्ध नगर में कोरोना महामारी विकराल रूप अख्तियार कर चुकी है। प्रशासन इस रोकने में पूरी तरह लगा हुआ है। मगर सोशल मीडिया पर जिले में जांच में लापरवाही से जुड़े आरोप लग रहे हैं। सीएमओ की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया है कि जिले में रोजाना 2200 से ज्यादा आरटीपीसीआर टेस्ट और करीब 4000 एंटीजन टेस्ट सिर्फ सरकारी अस्पतालों और लैब में किए जा रहे हैं। इनके अलावा शहर के कई निजी अस्पतालों में बने लैब में भी टेस्ट किया जा रहा है। जनपद में स्थित शारदा हॉस्पिटल, कैलाश हॉस्पिटल, एसआरएल, डॉक्टर लाल, जेपी और दूसरे अन्य लैब में कोरोना वायरस से जुड़े टेस्ट किए जा रहे हैं।
जिम्स पर अतिरिक्त बोझ है
दरअसल गौतमबुद्ध नगर में होने वाले सभी आरटीपीसीआर सैंपल्स की जांच का जिम्मा ग्रेटर नोएडा स्थित जिम्स को सौंपा गया है। राज्य सरकार ने यह जिम्मेदारी राज्य संस्थान को दी है। लेकिन इस वक्त पूरे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से जिम्स में अन्य जिलों के भी सैंपल टेस्ट के लिए आ रहे हैं। इसके चलते जिम्स में क्षमता से ज्यादा सैंपल्स मिल रहे हैं। सभी जिलों के नमूनों का समय से परीक्षण कर पाना चुनौतीभरा है। इसलिए नमूनों के परीक्षण में देरी हो रही है।
ज्यादा सैंपल्स की वजह से थोड़ी देरी
डॉ दीपक ओहरी ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में रोजाना 2000 सैंपल्स के रिजल्ट जारी किए जा रहे हैं। हालांकि सरकारी अस्पतालों के लैब में कराए गए आरटीपीसीआर टेस्ट में से करीब 350 लोगों के रिजल्ट पिछले 2 दिन से जारी नहीं हो सके हैं। इस बारे में जिम्स प्रबंधन को अवगत कराया गया है। संस्थान से जल्दी इन नमूनों के परीक्षण की रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि, इसके अलावा हम शहर के निजी अस्पतालों में भी टेस्टिंग बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। जल्द ही निजी लैबोरेट्रीज में भी अधिक सैंपल्स का परीक्षण किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को बिल्कुल घबराने की जरूरत नहीं है। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग शहर के निवासियों के स्वास्थ्य को लेकर समर्पित है।