नोएडा में बावरिया गिरोह के तीन बदमाश गिरफ्तार : कई राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश, पांच वारदात के बाद 500 किलोमीटर दूर करते थे लूट

नोएडा | 13 दिन पहले | Junaid Akhtar

Tricity Today | तीन बदमाश गिरफ्तार



Noida News : नोएडा की थाना सेक्टर 20 पुलिस और क्राइम रिस्पांस टीम ने संयुक्त अभियान के तहत तीन शातिर बावरिया बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को गुरुवार सुबह सेक्टर 31 स्थित शहीद भगत सिंह पार्क के पास से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपी एनसीआर में चेन लूट की वारदातें करते हैं। इनके कब्जे से 10 लाख रुपये कीमत की 10 सोने की चेन, एक कार-बाइक, तीन तमंचे और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। 

चैन स्नैचिंग की वारदातों को देते हैं अंजाम 
एडीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान शेर सिंह उर्फ शेरू पुत्र नीरंजन सिंह निवासी ग्राम अलाउद्दीन पुर थाना झिझाना जिला शामली, सनी शर्मा उर्फ रामपाल उर्फ रामा बावरिया पुत्र क्रान्तिलाल निवासी ग्राम गाजीवाला हनुमान गली श्यामपुर कांगली थाना श्यामपुर जिला हरिद्वार और दया सागर पुत्र कमल सिंह निवासी गुनियाना मन्डी पीरखाना बस्ती गली सं0 02 जिला भटिंडा पंजाब के रूप में हुई है। चेन स्नैचरों का यह शातिर अन्तर्राजीय गिरोह है । गिरोह का सरगना शेर सिंह उर्फ शेरू है। यह पिछले कई वर्षों से चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहा है । जिस जनपद में यह स्नैचिंग की घटना को अंजाम देते हैं वहां जाकर यह कुछ दिन पूर्व किराए पर रहना प्रारंभ करते थे और चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देते थे। किराए पर रहने के दौरान विभिन्न स्थानों पर यह गिरोह आस-पास के स्थानों की रैकी कर वारदात को अंजाम देते थे। 

गैंग का सरगना शेर सिंह बनाता था रणनीति
गैंग सरगना शेर सिंह उर्फ शेरू चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देने के लिए रणनीती तैयार करता था, जिसके तहत घटना को अंजाम दिया जाता था । स्नैचिंग की घटना को अंजाम देने के लिए यह गिरोह पहले एक मोटर साईकिल चोरी करता था तथा घटना कारित करते समय मोटर साइकिल से नम्बर प्लेट को हटा दिया जाता था । 

सेक्टरों को चिन्हित कर करता था लूट 
यह शातिर चेन स्नैचर गैंग चिन्हित किए गए सेक्टरों में नंबर से वारदातों को अंजाम देता था । जैसे एक बार घटना सेक्टर 26 में कर दी गई, तो अगली बार घटना सेक्टर 19 में, इसके बाद सेक्टर 20 में और फिर पुनः सेक्टर 26 में वारदात करता था । ऐसा करने से यह पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास करता था कि जिस सेक्टर में घटना हुई थी पुलिस उसी सेक्टर में गस्त व पेट्रोलिंग करती थी और फिर यह शातिर स्नैचर अन्य सेक्टरों में घटना कर देते थे । 

मोटर साइकिल से वारदात कर कार में बैठकर हो जाते थे फरार 
यह शातिर गिरोह पुलिस से बचने के लिए घटना के समय प्रयुक्त मोटर साइकिल को स्नैचिंग के पश्चात कुछ दूरी पर जाकर मोटर साइकिल को खड़ी कर देते थे। वहां पर पूर्व से ही इनका एक साथी जो पहले से ही कार को लेकर खड़ा होता था उसमें बैठकर वहां से भाग जाते थे। 

पांच वारदातों के बाद बदल देते थे जनपद, अन्तर रहता था 500 किमी
एक जनपद में चार-पांच घटना करने के पश्चात यह गिरोह फिर अगले जनपद को अपना निशाना बनाता था । पहली घटना के पश्चात अन्य घटना स्थल में करीबन 500 किमी का अन्तर रखते हुए यह अन्य प्रदेश/जनपद में स्नैचिंग की घटना को पुनः अंजाम देते थे । जैसे पहली घटना नोएडा में तो दुसरी घटना लखनऊ के आसपास के जनपदों में करते थे ।यह गिरोह स्नैचिंग की घटना को कारित करने के पश्चात, पुनः स्नैचिंग की घटना को करने से पूर्व घटना में प्रयुक्त वाहन(कार/मोटर साइकिल) को बदल देते थे।

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