New Delhi : नोएडा गाजियाबाद और दिल्ली सहित पूरे एनसीआर के लोग प्रदूषण बढ़ने के कारण परेशान हो गए हैं। ऐसे में एक शहर ऐसा भी है, जिसने प्रदूषण के मामले में अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि यह पाकिस्तान का लाहौर या फिर चाइना का बीजिंग शहर है, तो आप गलत सोच रहे हैं। यह शहर पाकिस्तान में है और यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 2,135 तक पहुंच गया है। इस शहर का नाम है मुल्तान। यहां खतरनाक स्माॅग की मोटी परत छा गई है। जिससे निपटने के लिए आपातकालीन उपायों को लागू किए जा रहें हैं।
190 गुना पहुंच गया पीएम 2.5
प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। इसके तहत पार्कों, म्यूजियम और अन्य सार्वजनिक स्थलों को 17 नवंबर तक बंद करने का आदेश दिया गया है। स्विट्जरलैंड की एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेवा IQAir के मुताबिक मुल्तान का AQI उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। जिसमें PM 2.5 की मात्रा 947 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जोकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की सुरक्षित सीमा से लगभग 190 गुना अधिक है।
लॉकडाउन किया गया लागू
स्मॉग के फैलने को रोकने के लिए मुल्तान के डिप्टी कमिश्नर ने ‘लॉकडाउन’ लागू किया है। इके तहत बाजार शाम 8 बजे तक बंद किए जा रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस उन वाहनों पर कार्रवाई कर रही है जो अत्यधिक धुआं छोड़ रहे हैं। पराली जलाने, अवैध कचरा फेंकने, और ईको-फ्रेंडली तकनीक के बिना चल रहे ईंट भट्टों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। बहावलपुर, मुजफ्फरगढ़ और खानवाल जैसे आसपास के इलाकों में भी इसी तरह की खतरनाक स्थिति का सामना किया जा रहा है।
अस्पतालों में विशेष स्मॉग उपचार काउंटर हुए चालू
मुल्तान के मुख्य अस्पताल निश्तर में आपातकालीन और ओपीडी विभाग में विशेष स्मॉग उपचार काउंटर शुरू किए गए हैं। स्मॉग और प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों में सांस लेने में समस्याओं के मामले तेजी से बढ़े हैं। हालांकि शहर में प्रतिबंधों का पूरी तरह से पालन नहीं हो रहा है। स्कूल बंद होने के बाद भी बच्चे खुले में खेल घूम रहे हैं। लाहौर का AQI शुक्रवार को 1,000 के पार पहुंच गया और यह कुछ समय के लिए दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया था।
कई तरह के प्रतिबंध किए गए लागू
अधिकारियों ने लाहौर, ननकाना साहिब, गुज्जरांवाला, सियालकोट, फैसलाबाद, चीनीओट और झांग में खेल के मैदान, पार्क और अन्य मनोरंजन क्षेत्रों में सार्वजनिक प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी भी जारी की गई है। प्रदूषण कम करने के लिए अधिकारियों ने अनुपालन न करने वाले खाद्य स्टॉलों को बंद कर दिया है और दक्षिण और केंद्रीय पंजाब के सबसे प्रभावित रास्तों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।