Google Image | एक बार फिर शहर के बाजार खरीदारों से भरे रहेंगे
Gautam Buddh Nagar : कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर बीतने के बाद गौतमबुद्ध नगर में एक बार फिर कारोबार पटरी पर लौट रहा है। खासतौर पर त्योहारों के सीजन में व्यवसायियों को बड़ी उम्मीद है। माना जा रहा है कि धीरे-धीरे कोविड से पहले की स्थिति हासिल हो जाएगी। एक बार फिर शहर के बाजार खरीदारों से भरे रहेंगे। रोजमर्रा की चीजों के अलावा सोने की खरीदारी में भी उछाल आया है।
दो सालों बाद लौटी रौनक
2 सालों बाद लोग दिवाली पर शॉपिंग करने के लिए अपने घरों से बाहर निकले है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बाजारों और मॉलों में 2 साल बाद एक बार फिर रौनक लौट आई है। लोग अपने परिवार के साथ शॉपिंग करने के लिए बाजार और मॉलों में जा रहे हैं।
बाजारों में भीड़ बढ़ी
दिवाली का पर्व होने के कारण शहर के बाजारों में भीड़ बढ़ती जा रही है। नोएडा के सेक्टर 18 मार्केट, सेक्टर 27 मार्केट, सेक्टर 5 मार्केट, सेक्टर 12-22 की मार्केट, सेक्टर 24 की मार्केट, भंगेल, सलारपुर, बरौला, आगाहपुर, ग्रेटर नोएडा के रामपुर मार्केट, जगत फॉर्म मार्किट, अल्फा फर्स्ट, कासना बजार, तुगलपुर मार्केट, सूरजपुर मार्केट, दादरी और दनकौर बाजार में भारी भीड़ है।
मॉलों में आई रौनक
इसके अलावा ग्रेटर नोएडा के द ग्रैंड वेनिस मॉल, अंसल प्लाजा, द कनॉट पैलेस मॉल ग्रेटर नोएडा, इनॉक्स मॉल, नोएडा का जीआईपी मॉल, वेव मॉल, डीएलएफ मॉल, स्पाइस मॉल आदि मॉल में लोग अपने परिवार के साथ शॉपिंग करने के लिए निकले हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा की मॉल और बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। 2 सालों बाद एक बार फिर नोएडा और ग्रेटर नोएडा की मार्केट में रौनक आ गई है।
शहर की सड़कों पर लगा जाम, वाहनों का दवाब अधिक
दिवाली के पर्व पर जैसे ही लोग शॉपिंग करने के लिए अपने घर से निकले हैं। वैसे ही नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर यातायात का ज्यादा दबाव हो गया है। आज वीकेंड पर नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर वाहनों का जाम लगा हुआ है। नोएडा एक्सप्रेसवे, कासना, परी चौक, जगत फॉर्म, सेक्टर 18, सेक्टर 27, रजनीगंधा चौक, सेक्टर 5 और सेक्टर 12 22 में यातायात का दबाव ज्यादा है। हालांकि मौके पर नोएडा ट्रैफिक पुलिस भी मौजूद है। जो यातायात को सामान्य करवाने में लगी हुई है। इस मामले में नोएडा ट्रेफिक पुलिस कंट्रोल रूम ने बताया कि हमारे पुलिसकर्मी हर एक चौराहे और मोड़ पर तैनात है।
व्यापारियों के चेहरे पर आई रौनक
नोएडा सेक्टर 18 मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स दिल्ली-एनसीआर के संयोजक सुशील कुमार जैन ने बताया कि भारत में सोने की मांग वापस कोविड पूर्व स्तर पर आ रही है। आगे चलकर बाजार में खरीदारी के संकेतों से तेजी दिख रही है। आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल आया है। उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर 50% की बढ़ोत्तरी हुई है। यह समय स्टॉक खरीदने का होता है और इसकी बिक्री त्योहारों के समय होती है।
सकारात्मक माहौल बना
देश में सोने की मांग 2020 की सितंबर तिमाही के दौरान 100 टन के आसपास रही। मूल्य के मामले में, भारत की तीसरी तिमाही में सोने की मांग 37 प्रतिशत बढ़कर 60000 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल, 2020 में यह 43000 करोड़ रुपये थी। यह सकारात्मक व्यापार और खरीदारों की वापसी के साथ बाजार में बिक्री को बढ़ता दर्शाता है। उच्च कोविड टीकाकरण दर और गिरते संक्रमण दर के साथ भारत सरकार की महामारी पर एक मजबूत पकड़ से यह पॉजिटिव माहौल बना है। इससे आर्थिक गतिविधि में भारतीय बाजारों के बिक्री बढ़ाने के मजबूत संकेत हैं।
आने लगें हैं खरीदार
सुशील कुमार जैन ने कहा कि नोएडा के बाजारों में भी पिछले सालों के मुकाबले इस बार बिक्री त्योहारों के चलते कोविड काल से पूर्व से भी अधिक होने की संभावना है। नोएडा में इस बार सोने-चांदी के आभूषण, सिक्के आदि ग्राहक खूब पसंद कर रहे हैं। इस संकेत को देखते हुए ऐसा लगता है कि इस दिवाली नोएडा में कोरोना वायरस काल के पूर्व स्तर से भी अधिक बिक्री होगी।
1200 करोड़ की बिक्री होगी
उन्होंने कहा, नोएडा के बाजारों की बात करें तो ज्वैलरी आभूषण व्यापारियों की 250 करोड़, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की बिक्री 200 करोड़, गारमेंट्स की बिक्री 100 करोड़, गिफ्ट आइटम्स की सेल 200 करोड़ और बर्तन आदि की बिक्री 50 करोड़ के आसपास हुई है। सजावट के सामानों की बिक्री 50 करोड़ एवं फर्नीचर आदि की बिक्री 150 करोड़ के आसपास हुई है। अन्य सामानों की बिक्री 250 करोड़ के करीब हुई है। नोएडा में इस त्योहारी सीजन में 1000 - 1200 करोड़ की बिक्री के संकेत हैं।
भगवान धन्वंतरि प्रकट हुए
धनतेरस कार्तिक माह के 13वें चंद्र दिवस को मनाया जाता है। इस दिन धन्वंतरि की भी पूजा की जाती है। स्वास्थ्य के देवता भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान एक हाथ में अमृत से भरा कलश और दूसरे हाथ में चिकित्सा के बारे में पवित्र ज्ञान का सागर लिए प्रकट हुए। उन्हें देवताओं का वैद्य माना जाता है। धनतेरस पर, घरों को अच्छी तरह से साफ किया जाता है और सफेदी की जाती है। शाम को स्वास्थ्य और चिकित्सा के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है।
खरीदारी करते हैं लोग
मुख्य प्रवेश द्वार को रंगीन लालटेन, रोशनी और रंगोली डिजाइनों के पारंपरिक रूपांकनों को धन और समृद्धि की देवी के स्वागत के लिए बनाया जाता है। इस दिन नई खरीदारी करने के लिए एक अत्यंत शुभ दिन है, विशेष रूप से सोने या चांदी के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, कपड़, नए बर्तन और तरह-तरह की सजावटी सामान एवं गिफ्ट आइटम्स खरीदे जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि नया "धन" या कीमती धातु सौभाग्य का संकेत है। धनतेरस स्वास्थ्य और धन की कामना का त्यौहार है। इस त्यौहार पर लोग बढ़-चढ़कर खरीदारी करते हैं।