योगी आदित्यनाथ ने कहा: नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट एक ग्लोबल ब्राण्ड बनेगा, इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से फ़ास्ट कनेक्टिविटी होगी

नोएडा | 4 साल पहले | Anika Gupta

Tricity Today | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ गुरुवार को लखनऊ में बैठक की।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर यमुना इण्टरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों ने प्रस्तुतीकरण भी किया। मुख्यमंत्री ने नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के ‘लोगो’ को सहमति दे दी है। यह ‘लोगो’ उत्तर प्रदेश के राज्य पक्षी सारस से प्रेरित है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट एक ग्लोबल ब्राण्ड के तौर पर उभरेगा। नोएडा में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट की स्थापना में ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी ने जो रुचि दिखायी है, वह अत्यन्त सराहनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में निवेश का एक नया माहौल तैयार किया है, जिसके कारण नोएडा क्षेत्र में फिल्म सिटी और फिनटेक सिटी सहित अनेक औद्योगिक इकाइयां आ रही हैं। उन्होंने कहा कि नोएडा विश्व स्तरीय मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रहा है। आने वाले समय में नोएडा एक ब्राण्ड के रूप में अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रदेश सरकार ने कोविड कालखण्ड में भी विकास की सतत् प्रक्रिया को बनाए रखा है। राज्य सरकार सभी औद्योगिक अवस्थापना से जुड़े कार्य समयबद्ध ढंग से पूरा कर रही है।" उन्होंने कहा कि एविएशन सेक्टर आज के समय में बहुआयामी प्रगति का कारण है, इससे आर्थिक विकास में गुणोत्तर वृद्धि होती है, जो इस क्षेत्र में भी फलीभूत होगा। उन्होंने आगे कहा, "ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी को राज्य सरकार पूर्ण सहयोग प्रदान कर रही है। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव (नागरिक उड्डयन) एसपी गोयल, नागरिक उड्डयन निदेशक सुरेन्द्र सिंह, वाईआईएपीएल के सीईओ क्रिस्टोफ शेनेल्मेन, वाईआईएपीएल की सीओओ किरण जैन, वाईआईएपीएल के सुनील जोशी, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डाॅ.अरुण वीर सिंह, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री एवं सूचना) संजय प्रसाद और सूचना निदेशक शिशिर सहित उपस्थित थे।

आपको बता दें कि नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट जेवर की स्थापना के लिए आवश्यक 1334 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है। नोएडा इण्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए ग्लोबल ई-टेण्डर के माध्यम से सबसे अधिक प्रति पैसेन्जर प्रीमियम की बोली 400.97 रुपए लगाने वाली कम्पनी ‘ज्यूरिख एयरपोर्ट इण्टरनेशनल एजी’ को विकासकर्ता के रूप में चयनित किया गया है।

हाई स्पीड रेल भारत सरकार की परियोजना है, जो दिल्ली को वाराणसी से जोड़ने के लिए प्रस्तावित है। इस परियोजना में प्रस्तावित स्टेशन दिल्ली, नोएडा, जेवर, मथुरा, आगरा, इटावा, कन्नौज, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही व वाराणसी हैं। प्रस्तावित हाई स्पीड रेल की कुल लम्बाई 816 किलोमीटर है, जो औसतन 300 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। हाई स्पीड रेल का स्टेशन जेवर एयरपोर्ट के समीप स्थापित होना है।  इसके सम्बन्ध में एनएचएसआरसीएल, एनआईएएल और ज्यूरिख एयरपोर्ट के साथ बैठक की गयी है। अन्य आवश्यक कार्यवाही की जा रही हैं। इस कनेक्टिविटी के स्थापित होने से दिल्ली और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से जेवर एयरपोर्ट के लिए आवागमन सुगम हो जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी के सम्बन्ध में राईटस ने अध्ययन किया है। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे हरियाणा के वल्लभगढ़ से गुजर रहा है, इसे भी जेवर एयरपोर्ट तक जोड़ने का प्रस्ताव विचाराधीन है। उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा में आ रही 8.5 किलोमीटर सड़क बनाने के लिए आवश्यक भूमि राज्य सरकार  क्रय करेगी। इस मार्ग का निर्माण होने से जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली और इंदिरा गांधी एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी पूर्ण हो जाएगी। जेवर मेट्रो परियोजना एयरपोर्ट को ग्रेटर नोएडा में स्थित परी चौक (नाॅलेज पार्क-2) स्टेशन से जोड़ेगी। इस कनेक्टिविटी के लिए डीएमआरसी ने फीजिबिलिटी अध्ययन कर लिया है। जिसके फण्डिंग पैटर्न पर काम किया जा रहा है।

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