COVID-19 Cases in UP : उत्तर प्रदेश के 65 जिलों में कोरोनावायरस का संक्रमण नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य के सीनियर अफसरों को इन जिलों में कोविड-19 का प्रभारी बनाकर भेजा गया है। सरकार ने आदेश दिया है कि प्रभारी अफसर अगले एक सप्ताह नियुक्ति वाले जिलों में प्रवास करेंगे। वहां के जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को मार्गदर्शन देंगे। नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी को बुलंदशहर जिले का कोविड-19 भारी बनाकर भेजा गया है। ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण गौतमबुद्ध नगर के ही प्रभारी अधिकारी बने रहेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी की ओर से जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि सभी अफसर 15 मई की शाम तक हर हाल में नियुक्ति वाले जिलों में पहुंच जाएंगे। कार्यभार ग्रहण करके लखनऊ मुख्यालय को सूचित करेंगे। अफसर अपने-अपने जिलों में जाकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करेंगे। कोविड-19 से निपटने के लिए जिले के शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों को सक्रिय करेंगे। अफसर देखेंगे कि निगरानी समितियां घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही हैं या नहीं। निगरानी समितियों के पास पर्याप्त मेडिकल किट उपलब्ध होनी चाहिए। हर लक्षण युक्त और संदिग्ध व्यक्ति को निगरानी समिति मेडिकल किट देगी। समिति प्रतिदिन उन लोगों के नाम और फोन नंबर सेक्टर अधिकारी को उसी दिन भेजेगी, जिन्हें मेडिकल किट दी गई है। इसके बाद यह सूची जिला प्रशासन को दी जाएगी। जिला प्रशासन से सत्यापित करके लखनऊ मुख्यालय भेजी जाएगी।
नोडल अधिकारी अगले एक सप्ताह जिलों में प्रवास करेंगे
निगरानी समिति यह भी सुनिश्चित करेगी कि लक्षण वाले और संदिग्ध व्यक्तियों के पास अलग टॉयलेट और कमरा होना चाहिए। जिन लोगों के पास यह व्यवस्था नहीं है, उनकी सूची सेक्टर अधिकारी के माध्यम से जिला प्रशासन को भेजी जाएगी। जिला प्रशासन उन्हें क्वारंटाइन सेंटर ले जाने की व्यवस्था करेगा। होम आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जानकारी डॉक्टरों की टीम लेगी। स्क्रीनिंग के बाद संदिग्ध और लक्षण वाले व्यक्तियों का 24 घंटे में टेस्ट करना अनिवार्य होगा। नगरीय और ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता, सैनिटेशन और फागिंग की व्यवस्था की जाएगी। प्रभारी अधिकारी यह भी देखेंगे कि जिले के प्राइवेट अस्पताल शासन की ओर से निर्धारित दरों पर ही कोविड-19 का इलाज कर रहे हैं या नहीं। अगर ओवरचार्जिंग की शिकायत मिली तो अस्पतालों पर कार्रवाई की जाए। जिले के कोविड-19 हॉस्पिटल्स में उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा भी अफसर करेंगे। मुख्य सचिव ने सभी अफसरों को अगले एक सप्ताह तक जिलों में प्रवास करने का आदेश दिया है।