Chandigarh news : हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होने वाला है, जिसके लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे रहे। जिसमें सत्तारूढ़ बीजेपी पुनः सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस भी सरकार बनाने के लिए सक्रिय है। यह चुनाव हरियाणा की राजनीतिक दिशा को निर्धारित करेगा। चुनावी प्रक्रिया के तहत वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी।
हरियाणा में जोड़े गए 2.8 लाख नए मतदाता
हरियाणा की विधानसभा सीटों की बात करें तो बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र सबसे बड़ी है। जिसमें मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। वहीं नारनौल विधानसभा क्षेत्र सबसे छोटी सीट मानी जाती है। इस चुनाव से पहले हरियाणा में 2.8 लाख नए मतदाताओं को जोड़ा गया है, जिससे राज्य के कुल मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ हो गई है। इस वृद्धि से चुनावी प्रक्रिया में प्रतिस्पर्धा और अधिक बढ़ गई है।
बादशाहपुर है सबसे बड़ी विधानसभा सीट
चुनाव आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा की सबसे बड़ी विधानसभा सीट बादशाहपुर है। जिसमें मतदाता सूची में 5.2 लाख नाम शामिल हैं। यहां मतदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो इस क्षेत्र को राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाता है। इस बार बादशाहपुर सीट से 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। प्रमुख दावेदारों में भाजपा के राव नरबीर सिंह और कांग्रेस के वर्धन यादव शामिल हैं। जिनके बीच सीधा मुकाबला होने की संभावना है। यह चुनावी दौड़ न केवल इस क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए दिलचस्प होगी, क्योंकि दोनों दल अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
नारनौल है हरियाणा की सबसे छोटी विधानसभा सीट
नारनौल हरियाणा की सबसे छोटी विधानसभा सीट है, जहां मात्र 1.6 लाख मतदाता हैं। साल 2019 में यहां कुल 1,44,066 मतदाता पंजीकृत थे। जिनमें से वैध मतों की संख्या 98,894 रही। इस सीट पर पिछले चुनाव में भाजपा के ओम प्रकाश यादव ने जीत हासिल की थी। नारनौल की छोटी संख्या होने के बावजूद, यह सीट राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और आगामी चुनावों में यहां भी रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है। स्थानीय मुद्दे और विकास योजनाएं इस चुनाव में प्रमुख भूमिका निभा सकती हैं।