Chandigarh news : हरियाणा विधानसभा चुनाव का शोर अब थम चुका है और शनिवार को प्रदेश की 90 सीटों पर मतदान होगा। इस बार कुल 1,031 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जो कि लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं। हरियाणा के 22 जिलों के 2.03 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए तैयार हैं। इस चुनाव में कई बड़े राजनीतिक दिग्गजों की किस्मत भी दांव पर है। मुख्यमंत्री नायब सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जैसे प्रमुख चेहरे मैदान में हैं। इन दिग्गज नेताओं की सीटों पर मतदाताओं की नजरें टिकी हुई हैं, क्योंकि इनके चुनावी परिणामों से प्रदेश की राजनीति की दिशा तय होगी। अब देखना यह है कि चुनावी मैदान में कौन सी पार्टी और नेता विजयश्री प्राप्त करते हैं
कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट इस बार चर्चा में
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट इस बार चर्चा में है, जहां मुख्यमंत्री नायब सैनी अपनी राजनीतिक किस्मत आजमा रहे हैं। सैनी के सामने कांग्रेस ने मौजूदा विधायक मेवा सिंह को उतारा है, जबकि आम आदमी पार्टी से जोगा सिंह उमरी, जननायक जनता पार्टी से विनोद कुमार शर्मा और इंडियन नेशनल लोकदल से सपना बड़शामी भी चुनावी मैदान में हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में मेवा सिंह ने भाजपा के उम्मीदवार पवन सैनी को 12,637 मतों के अंतर से हराया था। इस बार सैनी जो कि करनाल विधानसभा सीट से विधायक हैं लाडवा में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए प्रयासरत हैं। हाल ही में हरियाणा में भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन हुआ था, जिसमें नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया। उनका यह चुनाव न केवल उनकी व्यक्तिगत राजनीतिक यात्रा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देखना भी रोचक होगा कि क्या वे लाडवा सीट पर जीत हासिल कर पाते हैं।
भूपेंद्र हुड्डा ने गढ़ी-सांपला-किलोई सीट से की पांच बार जीत दर्ज
हरियाणा विधानसभा चुनाव में गढ़ी-सांपला-किलोई सीट एक प्रमुख मुकाबला बन गई है, जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में हैं। यह क्षेत्र रोहतक जिले में स्थित है और परंपरागत रूप से कांग्रेस पार्टी और हुड्डा परिवार का गढ़ माना जाता है। भाजपा ने इस बार यहां जिला परिषद अध्यक्ष मंजू हुड्डा को मैदान में उतारा है। 2019 में भूपेंद्र हुड्डा ने गढ़ी-सांपला-किलोई सीट पर शानदार जीत हासिल की थी, जब उन्होंने भाजपा के सतीश नांदल को 58,312 मतों के अंतर से हराया। हुड्डा ने इस सीट से पांच बार जीत दर्ज की है, जो उनके राजनीतिक प्रभाव को दर्शाता है। उनके पिता रणवीर सिंह हुड्डा ने भी 1968 में किलोई सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। यह चुनाव हुड्डा के लिए न केवल उनकी राजनीतिक विरासत को बनाए रखने का मौका है, बल्कि कांग्रेस के लिए भी इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर है।
दुष्यंत चौटाला उचाना कलां सीट से चुनावी मैदान में
दुष्यंत चौटाला इस बार उचाना कलां सीट से चुनावी मैदान में हैं, जो जींद जिले की बांगर बेल्ट में स्थित है और प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में गिनी जाती है। पिछली बार, 2019 में चौटाला ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और भाजपा की प्रेम लता को 47,452 मतों से हराया था। इस बार उनका सामना कई मजबूत दावेदारों से है, जिनमें कांग्रेस के पूर्व सांसद बृजेन्द्र सिंह, भाजपा के देवेंद्र चतर्भुज अत्री, आम आदमी पार्टी के पवन फौजी और इंडियन नेशनल लोक दल के विनोद पाल सिंह दुलगांच शामिल हैं। दुष्यंत चौटाला का यह चुनावी मुकाबला उनके राजनीतिक करियर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्हें फिर से एक प्रभावशाली नेता के रूप में साबित करना है।
जुलाना सीट पर लोगों की नजरें
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट पर लोगों की नजरें विशेष रूप से पहलवान विनेश फोगाट पर होंगी। कांग्रेस ने इस बार जुलाना सीट से विनेश को उम्मीदवार बनाया है। विनेश फोगाट एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता हैं। भारतीय पहलवानों में एक महत्वपूर्ण नाम हैं और पहली महिला पहलवान हैं जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। उनके सामने भाजपा ने कैप्टन योगेश बैरागी को चुनावी मैदान में उतारा है। योगेश पेशे से पायलट रह चुके हैं और वर्तमान में भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष और खेल प्रकोष्ठ के सह-संयोजक हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी इस सीट पर WWE पहलवान कविता दलाल को उतारा है, जो भारत की पहली महिला रेसलर हैं। सभी उम्मीदवारों की पहचान और अनुभव चुनाव को दिलचस्प बनाएंगे।
अभय सिंह चौटाला की जीत को लेकर काफी चर्चा
अभय सिंह चौटाला, जो देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री देवी लाल के पोते हैं, ऐलनाबाद सीट से चुनावी मैदान में हैं। यह विधानसभा क्षेत्र सिरसा जिले में स्थित है। अभय चौटाला इंडियन नेशनल लोक दल के वरिष्ठ नेता हैं। इस बार भाजपा के अमीर चंद तलवारा और कांग्रेस के भरत सिंह बेनीवाल से मुकाबला कर रहे हैं। चौटाला ने पिछले चुनावों में इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इस बार भी उनकी जीत को लेकर काफी चर्चा हो रही है। ऐलनाबाद सीट पर यह मुकाबला राजनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।