बसपा में बड़ी भगदड़ की संभावना, सपा और भाजपा के संपर्क में हैं ये सांसद

उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर : बसपा में बड़ी भगदड़ की संभावना, सपा और भाजपा के संपर्क में हैं ये सांसद

बसपा में बड़ी भगदड़ की संभावना, सपा और भाजपा के संपर्क में हैं ये सांसद

Tricity Today | बसपा प्रमुख और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती

New Delhi : लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। एक साल से भी कम वक्त बाकी बचा है। ऐसे में राजनीतिक उठापटक और जोड़-तोड़ का दौर शुरू होने वाला है। फिलहाल चिंता का सबब बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की मुखिया मायावती के लिए है। अब उनके कई सांसद भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी की तरफ नरम रुख दिखा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों का घटनाक्रम देखें तो बसपा के सांसद सपा-भाजपा के बड़े चेहरों के इर्द-गिर्द देखने को मिले हैं। संसद में भी बसपा सांसद नरेंद्र मोदी सरकार की शान में कसीदे पढ़ रहे हैं। मौजूदा लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के 10 सांसद हैं। पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ गठबंधन में मायावती ने चुनाव लड़ा था।

अखिलेश यादव के साथ सांसद रितेश पांडेय
दो दिन पहले अखिलेश यादव के साथ बसपा सांसद रितेश पांडे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सपा एक बार फिर बसपा को झटका देने की तैयारी कर रही है। बसपा सांसद रितेश पांडे के अलावा दो और सांसद जल्दी समाजवादी पार्टी का दामन थामेंगे। रितेश पांडे उत्तर प्रदेश की अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से बसपा सांसद हैं। उनके पिता बहुजन समाज पार्टी से विधायक रह चुके है। आपको बता दें कि साल 2022 के चुनाव से पहले विधायक राकेश पांडे ने बसपा को छोड़कर सपा का दामन थाम लिया था। राकेश पांडे जलालपुर सीट से विधायक हैं।

श्याम सिंह यादव ने योगी से की मुलाकात 
इसी महीने की शुरुआत में बीएसपी सांसद श्याम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं चल पड़ी थीं। जौनपुर से सांसद श्याम सिंह यादव ने योगी से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर तरह-तरह की अटकलें लग रही हैं। बीएसपी सांसद और सीएम योगी के बीच यह मुलाकात लखनऊ मुख्यमंत्री आवास पर हुई थी, लेकिन सांसद ने इस मुलाकात को  शिष्टाचार भेट बताया था। दरअसल, आजमगढ़ मंडल में योगी आदित्यनाथ ने मजबूती से पकड़ बनाई है। पिछले विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ मंडल में भाजपा का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। ऐसे में भाजपा जौनपुर जैसी महत्वपूर्ण सीट पर मौजूदा सांसद को अपने खेमे में लाकर बसपा को तगड़ा झटका जरूर देना चाहेगी।

भाजपा नेताओं के संपर्क में मलूक नागर
बहुजन समाज पार्टी के सांसद मलूक नागर ने बजट सत्र पर लोकसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। मलूक ने कहा, "बजट में आम लोगों को राहत दी गई हैं, जिससे बजट शाहरुख खान की फिल्म पठान की तरह हिट बन गया है। बजट में आम लोगों को इनकम टैक्स में जो राहत दी गई है, उससे ज्यादा लोग आयकर रिटर्न दाखिल करेंगे। इस बजट में जिस तरह की नीतियों की घोषणा की गईं हैं, उससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और ये तय करेगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना सच हो।" पिछले कुछ महीनों से छन छनकर आ रही खबरों के मुताबिक मलूक नागर भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं। मलूक नागर को भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करवाने की तैयारी चल रही है। इसके जरिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई समीकरणों को भाजपा नेता साधना चाहते हैं। 

मलूक और भाजपा दोनों की जरूरत
दरअसल मोदी लहर में भी भाजपा बिजनौर लोकसभा सीट नहीं जीत पाई है। यह सीट बेहद 'वल्नरेबल' है। मुसलमान, दलित, गुर्जर, जाट, ब्राह्मण, सैनी और ठाकुर मतों के बीच बेहद अजीबोगरीब संतुलन है। अल्पसंख्यक मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं। इस सामाजिक समीकरण ने पिछले चुनाव में भाजपा को हराया था। हालांकि, मलूक नागर को सपा-बसपा गठबंधन ने जीत दिलाई थी। लिहाजा, इस बार उनके लिए चुनाव आसान नहीं रहेगा। ऐसे में मलूक खुद भाजपा जाना चाहते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा बिजनौर और अमरोहा सीट पर उम्मीदवार बदलेगी। अमरोहा सीट पर पिछली बार चुनाव हारने वाले कंवर सिंह तंवर की जगह किसी जाट को टिकट दिया जाएगा। वह गुर्जर समाज से हैं। ऐसे में गुर्जरों को संतुष्ट करने के लिए बिजनौर से मौजूदा सांसद मलूक सिंह नागर को भाजपा में लाकर चुनाव लड़ाया जाएगा

मलूक नागर को भाजपा में लाने की कवायद तेज
जातिगत आधार पर ही नहीं भौगोलिक दृष्टिकोण से भी बिजनौर लोकसभा सीट बेहद जटिल है। यह सीट तीन जिलों मुजफ्फरनगर, बिजनौर और मेरठ में है। मुजफ्फरनगर जिले के पुरकाजी और मीरापुर विधानसभा क्षेत्र बिजनौर लोकसभा क्षेत्र के दायरे में हैं। बिजनौर जिले के सदर और चांदपुर विधानसभा क्षेत्र इस संसदीय क्षेत्र में हैं। जबकि, मेरठ की हस्तिनापुर विधानसभा सीट इसके दायरे में आती है। हस्तिनापुर, मीरापुर और पुरकाजी में गुर्जर मतदाताओं की अच्छी-खासी संख्या है। इसी तर्क के आधार पर मलूक नागर को भाजपा में लाने की कवायद चल रही है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.