Delhi News : दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का कहर जारी है। वायू प्रदूषण के कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं दिवाली से एक दिन पहले दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 307 के अंक पर रहा। यह स्तर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। पिछले दो वर्षों की तुलना में, इस साल वायु गुणवत्ता में गिरावट आई है। 2023 में दिवाली से पहले की स्थिति सबसे बेहतर थी, जब AQI 220 के अंक पर था। जबकि 2022 में यह 259 और 2021 में 314 अंक पर था। लगातार बिगड़ती हुई स्थिति इस बात का संकेत है कि दिवाली के आसपास प्रदूषण और बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली का एक्यूआई पहुंच सकता है 400 के पार
दिल्ली की खराब वायु गुणवत्ता का मुख्य कारण पटाखे जलाने और आस-पास के राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं हैं। दिवाली के दौरान हर साल पटाखे चलाए जाते जाती है, जिससे वायु में प्रदूषण स्तर अचानक बढ़ जाता है। इस बार 31 अक्टूबर को दिवाली पर्व मनाया जा रहा है। जिससे पटाखे चलाने की गतिविधियां चरम पर होंगी। इसके अलावा हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने के मामले भी बढ़ रहे हैं, जो दिल्ली के वायु गुणवत्ता पर नकारात्मक असर डालते हैं। यह स्थिति स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकती है। यदि इस बार भी ऐसा हुआ तो दिल्ली का एक्यूआई 400 को पार करके गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है।
दिवाली पर हवा की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ने की संभावना
हालांकि प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक है, मौसम कुछ राहत भी दे सकता है। वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार 31 अक्टूबर को हवा की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ने की संभावना है। 1 नवंबर को भी हवा की गति 16 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। तेज हवा प्रदूषक कणों को बिखेरने में मदद कर सकती है। जिससे कुछ हद तक वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। लेकिन इस राहत के बावजूद दिल्लीवासियों को सतर्क रहना होगा, क्योंकि प्रदूषण के अन्य कारक भी प्रभाव डाल सकते हैं। बुधवार को आनंद विहार में एक्यूआई 409, मुंडका में 401, वजीरपुर में 386, जहांगीरपुरी में 368, अशोक विहार में 351 दर्ज किया गया।