दिल्ली सरकार से लोगों ने की मांग, कहा- पहले हो साफ-सफाई फिर मिले इजाजत

यमुना में छठ पूजा : दिल्ली सरकार से लोगों ने की मांग, कहा- पहले हो साफ-सफाई फिर मिले इजाजत

दिल्ली सरकार से लोगों ने की मांग, कहा- पहले हो साफ-सफाई फिर मिले इजाजत

Google Images | Symbolic Image

New Delhi : राजधानी दिल्ली में यमुना नदी में छठ पूजा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। 2020 से कोविड-19 महामारी के कारण लगाई गई पाबंदी के बाद, अब पूर्वांचल के लोगों में इस मुद्दे पर मतभेद देखने को मिल रहा है।

यमुना की स्वच्छता को लेकर बनी है चिंता
आम आदमी पार्टी के विधायक संजीव झा द्वारा विधानसभा में उठाई गई मांग के बाद यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। हालांकि, यमुना की स्वच्छता को लेकर चिंताएं भी सामने आ रही हैं। छठ पूजा समिति, दक्षिणी दिल्ली के अध्यक्ष विजय मिश्र का कहना है, "यमुना में छठ की अनुमति देने से पहले सरकार को नदी को साफ करना चाहिए। वर्तमान में पानी इतना प्रदूषित है कि इससे स्वास्थ्य संबंधी खतरे पैदा हो सकते हैं।"दूसरी ओर, छठ पूजा संघर्ष समिति के महासचिव विकास झा का मत है कि छठ पूजा से यमुना की सफाई होती थी। उन्होंने बताया, "पहले हर साल छठ पूजा से पहले हरियाणा से पानी छोड़ा जाता था, जिससे नदी स्वच्छ हो जाती थी। पिछले चार वर्षों से यह प्रक्रिया बंद है, जिसके कारण यमुना और अधिक प्रदूषित हो रही है।"

कोरोना के बाद हजारों लोग पार्क में कर रहे छठ पूजा
कुछ समुदायों ने वैकल्पिक व्यवस्था कर ली है। पुरानी सीमापुरी छठ पूजा समिति के अध्यक्ष विद्यानंद ठाकुर ने बताया कि कोरोना से पहले मुश्किल से 100-200 लोग पार्क में छठ करते थे। लेकिन, कोरोना के बाद करीब चार हजार लोग यहां आने लगे हैं। यमुना में छठ की अनुमति मिलने के बाद लोग यमुना में जाएंगे तो जरूर लेकिन अब संख्या उतनी शायद न हो।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.