ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण भयावह स्थिति में पहुंचा, अभी कई दिन राहत नहीं मिलेगी

Pollution in Delhi-NCR: ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण भयावह स्थिति में पहुंचा, अभी कई दिन राहत नहीं मिलेगी

ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण भयावह स्थिति में पहुंचा, अभी कई दिन राहत नहीं मिलेगी

Google Image | प्रतीकात्मक तस्वीर

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (Delhi-NCR) में ग्रेटर नोएडा बुधवार को सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा है। एनसीआर के पांचों प्रमुख शहरों गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और दिल्ली में वायु गुणवत्ता की स्थिति काफी खराब स्थिति में पहुंच गई है। बड़ी बात यह है कि दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित पड़ोसी शहर हैं। वायु गुणवत्ता सूचकांक ऐप समीर के अनुसार बुधवार को यहां के प्रमुख शहर डार्क रेड जोन में पहुंच गए हैं, जो कि काफी भयावह स्थिति है।

बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से एनसीआर में बुधवार की सुबह धुंध छाई रही, जिसकी वजह से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। गौतमबुद्ध नगर प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जनपद में अक्टूबर माह से चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना (ग्रेप) लागू है। उन्होंने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वाले तथा वायु प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ प्रदूषण विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है।

मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के अनुसार हवा की धीमी गति और कम प्रदूषकों का संचीयकरण हो रहा है, जिससे दिल्ली की वायु गुणवत्ता ''खराब श्रेणी में दर्ज की गई है। 26 दिसम्बर तक इसमें कोई बड़ा सुधार होने की संभावना नहीं है। दिल्ली शहर का आज सुबह नौ बजे तक औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 365 दर्ज किया गया। मंगलवार को 24 घंटे का औसतन एक्यूआई 418, सोमवार को 332 और रविवार का 321 था।

वहीं, पड़ोसी शहर फरीदाबाद में एक्यूआई 414, गाजियाबाद में 486, ग्रेटर नोएडा में 485 और नोएडा में 471 दर्ज किया गया। एक्यूआई शून्य से 50 के बीच 'अच्छा, 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक, 101 और 200 के बीच 'सामान्य, 201 और 300 के बीच 'खराब, 301 और 400 के बीच 'अत्यंत खराब और 401 से 500 के बीच 'गंभीर श्रेणी में माना जाता है।

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