New Delhi News : अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीतारम ने सोमवार को 'इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता बूटकैंप्स' के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन को उन्होंने एआईसीटीई मुख्यालय नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया।
दूसरे चरण का मुख्य उद्देश्य
प्रोफेसर टी.जी. सीतारम ने कहा ये बूटकैंप युवा नवप्रवर्तकों के लिए एक ऐसा मंच है। जहां सभी के विचारों को मूर्त रूप दिया जाता है। उन्हें क्रियान्वित किया जाता है। रचनात्मकता को धरातल पर उतारा जाता है। जहां सपने वास्तविकता में तब्दील होते हैं। आईडीई बूटकैंप के दूसरे चरण का मुख्य उद्देश्य उद्यमशीलता की मानसिकता विकसित करना और युवाओं को अपने स्वयं के स्टार्टअप का नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
ये हैं बूटकैंप का लक्ष्य
दरअसल, आईडीई बूटकैंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को ध्यान में रखते हुए एक अनूठी पहल है। जिसका उद्देश्य छात्रों के नवाचार, डिजाइन और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देना है। यह नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। यह भारत को नवाचार संचालित उद्यमों के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने की दिशा में प्रेरित करता है।
5 दिन के लिए कैंप
इस बूटकैंप को पांच दिन 29 जनवरी से 2 फरवरी तक पूरे भारत के विभिन्न नोडल केंद्रों पर आयोजित किया जा रहा है। इसमें उच्च शिक्षा संस्थानों, स्कूलों और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख (पीएम-यूएसपीवाई) के लाभार्थी छात्रों सहित 3000 से अधिक छात्र और इनोवेशन एंबेसडर भाग लेंगे। शिक्षा मंत्रालय, एआईसीटीई और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (एमआईसी) ने वाधवानी फाउंडेशन के सहयोग से बूटकैंप का आयोजन किया है।
काम करने का मिलेगा अवसर
व्यावहारिक और अनुभवात्मक शिक्षा पर केंद्रित इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को आज के गतिशील व्यावसायिक परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए उत्पाद डिजाइन, एर्गोनॉमिक्स डिजाइन थिंकिंग और पिचिंग कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें विभिन्न उत्पाद डिजाइन पद्धतियों और डिजाइन सोच अवधारणाओं के साथ काम करने का अवसर मिलेगा।
विशेषज्ञ पैनल के सामने करेंगी अपने नवाचार पेश
बूटकैंप के पहले दिन प्रतिभागी अपना नवाचार प्रदर्शित करेंगे। चौथे दिन उन्हें स्थानीय शैक्षिक भ्रमण कराया जाएगा जिसमें उन्हें नेटवर्किंग के अवसर भी मिलेंगे, उनकी रचनात्मकता और उद्यमशीलता भी बढ़ेगी। अंतिम दिन टीमें विशेषज्ञ पैनल के सामने अपने नवाचार पेश करेंगी। इस पैनल में स्टार्टअप फाउंडर्स, इनक्यूबेटर, बौद्धिक संपदा विशेषज्ञ, एंजेल इन्वेस्टर्स आदि शामिल रहेंगे। एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीतारमण 2 फरवरी को स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान, जयपुर में बूटकैंप के समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
आईडीई बूटकैंप के लिए नोडल सेंटर
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर
श्री रामकृष्ण इंजीनियरिंग कॉलेज, कोयंबटूर
जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, नोएडा
यशवंतराव चव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नागपुर
सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, इंदौर
स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान, जयपुर