देशभर से मंगवाया गया सामान, नोएडा, इलाहाबाद और मिर्जापुर से भेजी गईं ये वस्तुएं बढ़ांएगी संसद की शोभा

नया संसद भवन : देशभर से मंगवाया गया सामान, नोएडा, इलाहाबाद और मिर्जापुर से भेजी गईं ये वस्तुएं बढ़ांएगी संसद की शोभा

देशभर से मंगवाया गया सामान, नोएडा, इलाहाबाद और मिर्जापुर से भेजी गईं ये वस्तुएं बढ़ांएगी संसद की शोभा

Google Image | New Parliament

New Parliament Inauguration : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। संसद भवन का निर्माण पूरी तरह स्वदेशी सामग्री से किया गया है। देशभर के अलग-अलग हिस्सों से अलग-अलग सामग्री मंगवाई गयी हैं। लोकसभा और राज्यसभा कक्षों में ‘फॉल्स सीलिंग’ के लिए स्टील की संरचना केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव से मंगाई गई है। फर्नीचर मुंबई में तैयार किया गया। इमारत पर लगी पत्थर की जाली राजस्थान के राजनगर और उत्तर प्रदेश के नोएडा से मंगवाई गई हैं। ये पत्थर की जालियां संसद के भीतरी हिस्सों की खूबसूरती बढ़ाएंगी। मिर्जापुर के कालीन और इलाहाबाद से भेजा गया राजदंड नई संसद का हिस्सा बन गए हैं। कुल मिलाकर नए संसद भवन में उत्तर प्रदेश का बड़ा सहयोग है।

कहां से क्या सामान लाया गया
नई संसद की छत पर अशोक चिह्न लगाया गया है। इसके लिए सामग्री महाराष्ट्र के औरंगाबाद और राजस्थान के जयपुर से लाई गई। बाहरी हिस्सों में लगी सामग्री को मध्य प्रदेश के इंदौर से मंगाया गया। पत्थर की नक्काशी का काम आबू रोड और उदयपुर के मूर्तिकारों ने किया है। पत्थर राजस्थान के कोटपुतली से लाए गए हैं। निर्माण के लिए जरूरी ठोस मिश्रण बनाया जाता है। इसके लिए हरियाणा के चरखी दादरी से रेत लाया गया है।

मिर्जापुर की कालीन बिछी हैं
नये संसद भवन में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की कालीन, त्रिपुरा के बांस से बने फर्श और राजस्थान के पत्थर की नक्काशी भारत की संस्कृतिक विविधता को दर्शाती है। इमारत पर लगी पत्थर की जाली राजस्थान के राजनगर और उत्तर प्रदेश के नोएडा से मंगवाई गई हैं।

इलाहाबाद से भेजा गया सेंगोल
तमिलनाडु से चांदी से निर्मित और सोने की परत वाले ऐतिहासिक राजदंड (सेंगोल) को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया जाएगा। अगस्त 1947 में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया गया यह रस्मी राजदंड अब तक इलाहाबाद संग्रहालय की नेहरू दीर्घा में रखा था।

जारी होगा 75 रुपये क्वाइन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर 75 रुपये का एक विशेष सिक्का लॉन्च किया जाएगा। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। यह सिक्का भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के महत्व को दर्शाएगा। इस 75 रुपये के सिक्के के एक तरफ अशोक स्तंभ का सिंह है। इसके नीचे 'सत्यमेव जयते' लिखा है। इसके बाएं तरफ देवनागरी लिपि में 'भारत' और दाएं तरफ अंग्रेजी में 'इंडिया' लिखा है।

सिक्के पर होगी नई संसद
इस सिक्के में रुपये का चिन्ह है और अंकों में 75 लिखा गया है। सिक्के की दूसरी तरफ संसद की तस्वीर है। यहां ऊपर की तरफ देवनागरी लिपी में 'संसद संकुल' लिखा है और नीचे की तरफ अंग्रेजी में 'पार्लियामेंट कॉम्प्लेक्स' लिखा है।

35 ग्राम होगा सिक्के का वजन
यह 75 रुपये का सिक्का 44 मिलीमीटर व्यास में गोलाकार है। इसके किनारों पर 200 सेरेशन हैं और इसका वजन 35 ग्राम होगा। सिक्का 4 धातुओं को मिलाकर बनाया गया है। सिक्के में 50% चांदी, 40% तांबा, 5% निकेल और 5% जस्ता है।

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