गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी से संबद्ध होंगे इन तीन जिलों के महाविद्यालय, शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने रखी मांग, मुख्यमंत्री लेंगे आखिरी फैसला

बड़ी खबरः गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी से संबद्ध होंगे इन तीन जिलों के महाविद्यालय, शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने रखी मांग, मुख्यमंत्री लेंगे आखिरी फैसला

गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी से संबद्ध होंगे इन तीन जिलों के महाविद्यालय, शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने रखी मांग, मुख्यमंत्री लेंगे आखिरी फैसला

Tricity Today | शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने बड़ी मांग की

मेरठ खंड से शिक्षक विधान परिषद सदस्य श्रीचंद शर्मा ने गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी से जुड़ी बड़ी मांग रखी है। उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध तीन जिलों गाजियाबाद, बुलंदशहर और गौतमबुद्ध नगर के संस्थानों को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय से Affiliate करने की मांग रखी है। इस पर संज्ञान लेते हुए इसे मंगलवार, 23 फरवरी को राज्य सरकार को भेज दिया गया है। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार इस पर फैसला लेगी।

उन्होंने नियम 115 के अंतर्गत अपनी मांग को सदन में पेश किया। विधान परिषद अध्यक्ष को लिखे पत्र में लिखा है कि, “मैं आपका ध्यान प्रदेश के मेरठ में स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबंध महाविद्यालयों की तरफ लाना चाहता हूं। इन कालेजों की संख्या अधिक होने के कारण छात्र एवं छात्राओं को पठन-पाठन में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों को आवागमन में भी मुश्किल आ रही है। इसलिए सीसीएस विश्वविद्यालय के छात्रों के हित को देखते हुए इससे संबद्ध जनपद बुलंदशहर, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के शैक्षणिक संस्थानों को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय से संबद्ध कर दिया जाए। इससे इन तीन जिलों के छात्रों को पूरा लाभ मिलेगा और उनका हित होगा।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल ही इस यूनिवर्सिटी को Affiliating University के रूप में मान्यता दी थी। दरअसल जेवर से भाजपा विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह लंबे समय से गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी को Affiliating University का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे थे। इसके बाद से साफ हो गया था कि बुलंदशहर, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के सभी संस्थान गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी से संबद्ध कर दिए जाएंगे। श्रीचंद शर्मा की मांग के बाद इसमें और तेजी आएगी। संभवतः आगामी सत्र से इसे लागू कर दिया जाएगा।

विधानपरिषद के सदस्य श्रीचंद शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रसार और प्रशासनिक गतिविधियों के सुविधाजनक संचालन के लिए गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय को Affiliating University के रूप में मान्यता देने का निर्णय लिया है। इतना ही नहीं, गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय को भारत में बुद्धिज्म स्टडी के लिए एक्सीलेंस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार चाहती है कि दुनियाभर से शोधकर्ता गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय आएं। यहां भगवान बुध और बुद्धिज्म पर रिसर्च करें। इससे उत्तर प्रदेश में शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा। साथ ही गौतमबुद्ध नगर और आसपास के जिलों में टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का दबाव कम होगा
ग्रेटर नोएडा में बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ हरिवंश चतुर्वेदी का कहना है कि मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से दो मंडलों के 9 जिले संबंध हैं। लाखों की संख्या में छात्र-छात्राएं सीसीएस यूनिवर्सिटी मेरठ से मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं में पढ़ रहे हैं। छात्रों की संख्या बहुत अधिक होने के कारण सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। नामांकन, दाखिले, परीक्षा का आयोजन और परीक्षा परिणाम घोषित करने में देरी होती है। जिससे छात्र-छात्राओं को असुविधा हो रही है। अगर बुलंदशहर, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर की शिक्षण संस्थाओं को जीबीयू से संबद्ध कर दिया जाएगा, तो चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का दबाव कम हो जाएगा।

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