Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश-दिल्ली बॉर्डर पर स्थित राधा विहार कॉलोनी में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, लेकिन दोनों राज्यों की पुलिस 7 घंटे तक सीमा विवाद पर लड़ती रही। जिसके कारण युवक का शव करीब 11 घंटे तक घर में पड़ा रहा। दिल्ली पुलिस घटनास्थल को यूपी में और यूपी पुलिस इस पुलिस घटनास्थल को दिल्ली में बता रही थी। बाद में दिल्ली पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
क्या है पूरा मामला
लोनी-दिल्ली सीमा पर बसी राधा विहार कॉलोनी में गृहक्लेश के चलते मंगलवार सुबह करीब 5 बजे 24 वर्षीय संजय ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। आत्महत्या से पहले उन्होंने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। पत्नी के शोर मचाने पर परिजनों और पड़ोसी पहुंचे। सूचना के बाद सुबह करीब 6 बजे दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची। मोहल्ले के लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़ा, लेकिन दिल्ली पुलिस ने घटनास्थल यूपी का बताते हुए शव नीचे नहीं उतारा और वापस लौट गई।
किसी भी राज्य की पुलिस ने शव को हाथ नहीं लगाया
इसके बाद परिजनों ने लोनी बॉर्डर थाने की पुलिस को सूचना दी। सुबह करीब 10 बजे लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी सचिन कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मृतक के पिता और परिजनों के आधार कार्ड देखा। जिसमें पता राधा विहार दिल्ली लिखा हुआ था। उन्होंने भी अपनी जांच में घटनास्थल को दिल्ली का बताते हुए शव को नीचे नहीं उतारा और वापस लौट गए। इसी दौरान दिल्ली के हर्ष विहार थाने से दिल्ली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। दोनों थानों की पुलिस में सीमा को लेकर बहस भी हुई, लेकिन किसी ने शव को नीचे उतारा और दोनों राज्यों की पुलिस वापस लौट गई।
11 घंटे तक शव घर में पड़ा रहा
दोपहर करीब 12 बजे मोहल्ले के लोगों ने शव को नीचे उतार लिया, लेकिन पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए पुलिस का इंतजार करते रहे। शाम करीब 5 बजे तक शव घर में पड़ा हुआ था। दिल्ली और यूपी किसी भी राज्य की पुलिस उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजने को तैयार नहीं थी। शाम करीब 5 बजे दिल्ली पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस बीच 11 घंटे शव घर में पड़ा रहा।