गाजियाबाद नगर निगम 982 करोड़ रुपए से शहर की सूरत बदलने की तैयारी में है। नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में मेयर आशा शर्मा की अध्यक्षता एवं म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर और कार्यकारिणी सदस्यों की मौजूदगी में वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पास किया गया। बजट के मुताबिक वित्तीय वर्ष में जहां 661.11 करोड़ रुपए की आय निगम करेगा, वहीं 982 करोड़ रुपए विकास कार्यों से लेकर निगम अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सैलरी, पेजयल और सफाई व्यवस्था पर खर्च किए जाएंगे। नगर निगम वित्तीय वर्ष में 321 करोड़ रुपए बचत में से इस बजट में खर्च करेगा।
मुख्य लेखाधिकारी अरूण कुमार मिश्रा ने बजट पेश किया। इसमें शहर में सड़कों के निर्माण, इंटरलॉकिंग टाइल्स, नाले, नाली निर्माण, पार्कों की बाउंड्रीवाल आदि कार्यों का सबसे अधिक 201 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया। कार्यकारिणी सदस्यों की सहमति के बाद महापौर ने बजट पास कर दिया। इस बजट को आगामी नगर निगम की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। 31 मार्च तक नगर निगम करीब 70 करोड़ रुपए के विकास कार्य कराएगा। कार्यकारिणी बैठक में निगम के स्कूलों में विज्ञान विभाग की कक्षाएं, स्कूलों में मरम्मत कार्य, वाटर एटीएम लगाने, निगम में स्पेशल सेल, कैला भट्टा में अवैध पार्किंग रोकने समेत कई प्रस्तावों पर मुहर लग गई। नगर निगम अगले तीन माह में 31 मार्च तक कुल 982 करोड़ रुपए के बजट में से करीब 585 करोड़ रुपए विकास कार्यों पर खर्च करेगा।
पुनरीक्षित बजट 31 दिसंबर तक के डाटा के साथ पेश किया गया। 31 दिसंबर तक 483 करोड़ रुपए की आय का अनुमान लगाया गया। राजस्व से 157 करोड़, लाइसेंस से 12, विक्रय से 7.60 करोड, किराया 3.17 करोड़, ठेका 1.55 करोड़, अन्य शुल्क से 1.72 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया। नगर निगम ने बजट में कुल मिलाकर आय 661 रुपए और पुनरीक्षित बजट में 982 करोड़ रुपए के खर्च का बजट प्रस्तुत किया है। कुल मिलाकर वास्तव में 353 करोड़ रुपए आय दिखाई गई। जबकि खर्च 409 करोड़ रुपए का दर्शाया गया है।