गाजियाबाद में धरा गया हत्यारोपी पति, ढाई साल पुराने फिरदौस हत्याकांड में क्राइम ब्रांच ने तीन दबोचे

ट्राईसिटी टुडे की खबर का असर : गाजियाबाद में धरा गया हत्यारोपी पति, ढाई साल पुराने फिरदौस हत्याकांड में क्राइम ब्रांच ने तीन दबोचे

गाजियाबाद में धरा गया हत्यारोपी पति, ढाई साल पुराने फिरदौस हत्याकांड में क्राइम ब्रांच ने तीन दबोचे

Tricity Today | DCP CITY Rajesh Kumar

Ghaziabad News : विजयनगर थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर ट्राईसिटी टुडे ने फिजा की आवाज को उठाने का प्रयास किया। हमारा यह प्रयास रंग लाया। डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने मुख्य हत्यारोपी और फिरदौस के ‌पति इंतजार, भतीजे शादाब और वूसली कर हत्या करने वालों में से परवेज को ‌गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी ने बताया चार अन्य आरोपियों से एक जेल में और तीन की पुलिस तलाश कर रही है। उन्होंने बताया पैसे लेकर हत्या करने वालों का यह गैंग का शातिर है।

पुलिस के समक्ष इंतजार ने जुर्म कबूला
इंतजार ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि पत्नी से अक्सर विवाद होता था। वह काफी खर्चीली भी थी और आए दिन पैसे की डिमांड करती थी। पत्नी की ओर से कई मुकदमे भी दर्ज कराए गए थे। उसने शादाब के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करा दिया था। इन्हीं सब बातों से तंग आकर शादाब के साथ मिलकर मैने उसकी हत्या कराने की योजना बनाई थी।

फिजा ने पिता समेत सात लोगों को कराया था नामजद
विजयनगर थाने में फिजा की ओर से अपने पिता समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। फिजा का आरोप था कि ढाई साल पहले पिता इंतजार ने ही मेरी मां फिरदौस की हत्या कराई थी। हत्या की साजिश पिता ने मेरे चचेरे भाई शादाब के साथ मिलकर रची थी। योजना के तहत दोनों ने मेरी मां की हत्या के लिए पांच लोगों को सुपारी दी थी। उन्हीं पाचों ने मेरी मां का बहन के स्कूल से लौटते समय अपहरण कर लिया था और हत्या कर कहीं दूर फेंक आए थे। फिजा की तहरीर पर पुलिस ने बुधवार देर रात अपहरण और अपराधिक साजिश का मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें उसने अपने पिता इंतजार, चचेरे भाई शादाब के अलावा किराए पर हत्या करने वालों में परवेज, सुहेल उर्फ सोनू, जेपी उर्फ अरशद, नौशाद और सलीम को नामजद कराया था। 

पांच लाख में ह‌त्या और शव ठिकाने लगाने का सौदा
इंतजार ने बताया शादाब ने फिरदौस की हत्या कराने के लिए अपने दोस्तों से सौदा किया। उनमें परवेज, सोनू, जेपी उर्फ अरशद, नौशाद और सलीम शामिल थे। इन लोगों ने हत्या कर शव ठिकाने लगाने के ल‌िए पांच लाख रूपए लिए थे। चार लाख रुपए एडवांस लेने के बाद 1 नवबंर को जब फिरदौस छोटी बेटी हुमैरा को स्कूल छोड़कर लौट रही थी, तो इन लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और हत्या कर शव फेंक दिया। इंतजार ने बताया अगले दिन उसने थाने जाकर गुमशुदगी दर्ज करा दी थी ताकि उस पर कोई शक न करे। शादाब ने पुलिस को बताया किअपने बचाव के लिए हमने फिरदौस के किसी के साथ भाग जाने की अफवाह भी उड़ा दी थी। इंतजार ने बताया कि हत्या के लिए रकम प्लॉट बेचकर जुटाई थी।

रबुपुरा थानाक्षेत्र में फेंका था फिरदौस का शव 
पूछताछ के दौरान परवेज ने बताया कि फिरदौस का बैगनआर कार में अपहरण करके हम उसे गौतमबुद्धनगर जनपद ले गए थे। रास्ते में कार की सीट बैल्ट से गला दबाकर उसकी हत्या करने के बाद रबुपुरा थानाक्षेत्र के जंगल में शव फेंक दिया था। 14 नवंबर, 2021 को पुलिस को फिरदौस की सड़ी गली लाश मिली, लेकिन उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई। गौतमबुद्धनगर पुलिस ने अज्ञात में पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करा दिया था।

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