Tricity Today | समाजवादी नेता नवीन भाटी और किसान नेता राकेश टिकैत
गुरुवार की शाम भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का आंसुओं के साथ वीडियो वायरल होने के बाद ग्रेटर नोएडा से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उन्हें समर्थन देने गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए। इनमें गौतमबुद्ध नगर समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव नवीन भाटी के नेतृत्व में युवा कार्यकर्ता सबसे आगे रहे। नवीन भाटी ने सबसे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव को पूरी जानकारी गाजीपुर बॉर्डर से दी थी। जिसके बाद शुक्रवार की सुबह पूर्व मुख्यमंत्री ने राकेश टिकैत को फोन किया और समर्थन देने की घोषणा की।
नवीन भाटी पूरी रात राकेश टिकैत के साथ रहे। अपने अनुभव साझा करते हुए नवीन ने कहा, "किसान आंदोलन से एक बात तो समझ में आती है कि कैसे मुट्ठी भर अंग्रेज भारत आए और भारत के करोड़ों लोगों को गुलाम बनाकर उन पर सत्ता शासन किया। अभी की ही तरह उस समय भी उनके सिपाही, उनके सरकारी कर्मचारी, उनके खाना बनाने वाले, बर्तन धोने वाले, उनकी मूछों को ताव देने वाले, उनके जूते साफ करने वाले, उनके घोड़ों की रखरखाव करने वाले, उनके बिस्तर पर आसन बिछाने वाले और उनके साजिश षडयंत्र को लागू करवाने वाले लोग यहीं के दोगले किस्म के थे। कई लोग आपस की कुंठा और दुश्मनी निकालने के लिए अपने विरोधी को हराने के लिए उस समय अंग्रेजों से जाकर मिल गए थे।"
नवीन ने आगे कहा, "उनके हिमायती और चाटुकार लोग हम लोगों में से ही कुछ चंद लालची दोगले किस्म के थे। जो उन्हें सहायता करते थे। उनका बचाव करते थे। उनकी गलत नीतियों का समर्थन करते थे। वह दोगले आज भी हैं और संख्या उनकी और ज्यादा बढ़ गई है। अब संग्राम अलग तरह का होगा। अब फिर कोई सरदार भगत सिंह पैदा होगा। कोई लाला लाजपतराय पैदा होगा। कोई सुभाष चंद्र बोस पैदा होगा। फिर कोई धन सिंह कोतवाल पैदा होगा और खड़ा होगा उस तानाशाही शासन के खिलाफ। पैदा होगा कोई मंगल पांडे जो नेस्तनाबूद कर देगा उस तानाशाही सरकार के सपनों को। फिर कोई रोशन सिंह ठाकुर पैदा होगा, फिर होगा अशफाक उल्ला खान। फिर से कोई रविंद्र नाथ टैगोर पैदा होगा, जो असल राष्ट्रवाद के मायने को भारत को समझाएगा।"
नवीन ने कहा, "फिर अच्छा शासन करने कोई लाल बहादुर शास्त्री जी आएंगे। फिर पैदा होगा कोई सरदार बल्लभ भाई पटेल। फ़िर कोई राममनोहर लोहिया सत्ता मद में चूर मगरुर सरकार को सड़क से लेकर संसद तक औकात दिखाने को पैदा होगे, मैं भ्रष्ट शासन और प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ मा राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देश पर आज के दौर के हिटलर के सामने खड़ा होने जा रहा हूं। जो लोग देश को गुलामी से बचाना चाहते हैं, जो भारत माता की आंखों में खून के आंसू नहीं देखना चाहते हों, जो भारतीयता के पक्षधर हों, जो असल में राष्ट्रवादी हों, जो असल में इस देश का भला चाहते हैं और जो किसान के साथ हैं, वह साथ आ सकते हैं।"
नवीन भाटी ने बताया कि उन्होंने गाजीपुर बॉर्डर से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हालात के बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने हम लोगों से कहा कि भारत देश के किसानों द्वारा इस समय एक बड़ी क्रांति का आह्वान हुआ है , यह क्रांति सत्ता के अहंकार के दंभ को चकनाचूर कर अपने अंजाम तक पहुंचने की ओर है, किसानों की लड़ाई और राकेश टिकैत को पूरा समर्थन दो। यह किसानों के साथ-साथ देश की लड़ाई है। किसान किसी भी सूरत में हारना नहीं चाहिए। किसान देश की इज्जत है। अगर किसान की इज्जत गई तो देश की इज्जत चली जाएगी।