हमास के हमले में ध्वस्त मकान बनाएंगे यूपी के श्रमिक, दस हजार मजदूर जाएंगे इजरायल 

Ghaziabad News : हमास के हमले में ध्वस्त मकान बनाएंगे यूपी के श्रमिक, दस हजार मजदूर जाएंगे इजरायल 

हमास के हमले में ध्वस्त मकान बनाएंगे यूपी के श्रमिक, दस हजार मजदूर जाएंगे इजरायल 

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Ghaziabad News : इजरायल में हमास के हमले से ध्वस्त हुई इमारतों को फिर से बनाने के लिए गाजियाबाद जिले के अलावा हापुड़, बुलंदशहर के कुल 725 श्रमिक इजरायल जाएंगे। इसके अतिरिक्त 420 श्रमिकों का सत्यापन चल रहा है। सभी पंजीकृत श्रमिकों का 15 जनवरी के बाद लखनऊ में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में साक्षात्कार होगा। उसके बाद इन श्रमिकों को इजरायल भेजा जाएगा। 

यह है पूरा मामला
गाजियाबाद श्रम विभाग में उप श्रमायुक्त अनुराग मिश्रा ने बताया कि गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर के 725 श्रमिकों का पंजीकरण हुआ है। इसके अतिरिक्त 420 श्रमिकों ने आवेदन किया है। उनके आवेदनों की जांच की जा रही है। इसके बाद श्रमिकों की सूची शासन को भेजी जाएगी। 15 जनवरी के बाद श्रमिकों का साक्षात्कार होगा। बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने अचानक इजरायल पर हमला कर दिया था। इसके बाद इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। हमास द्वारा किए गए हमले में इजरायल की कई महत्वपूर्ण इमारत क्षतिग्रस्त हो गई थी। क्षतिग्रस्त इमारतों को बनाने के लिए इजरायल ने भारतीय श्रमिकों की मांग केंद्र सरकार से की है। 

दस हजार श्रमिकों की मांग
केंद्र सरकार के अनुरोध पर प्रदेश सरकार ने दस हजार श्रमिकों को इजरायल भेजने के निर्देश श्रम विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। इसके लिए 10 जनवरी तक श्रमिकों का श्रम विभाग में पंजीकरण कराया गया था। पंजीकरण की तारीख समाप्त होने के बाद श्रम आयुक्त ने बताया कि इजरायल जाने के लिए गाजियाबाद से 330 श्रमिकों ने पंजीकरण कराया है। जबकि हापुड़ से 198 श्रमिकों ने वहां जाने की सहमति दी है। राजमिस्त्री क्षतिग्रस्त इमारत का पुनर्निर्माण करेंगे, साथ ही नई इमारतों का भी निर्माण करेंगे। इसके लिए राजमिस्त्री और श्रमिक दोनों प्रकार के लोगों की आवश्यकता होगी।

1 लाख 30 हजार मिलेगा वेतन
इजरायल में श्रमिक को एक लाख तीस हजार रुपए का वेतन समेत बोनस, चिकित्सा सुविधा आदि के साथ बीमा भी मिलेगा। श्रमिक की आयु 25 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। कम से कम 3 वर्ष का अनुभव होना चाहिए। श्रमिक को अंग्रेजी बोलने और समझने का थोड़ा बहुत ज्ञान होना चाहिए। नक्शा पढ़ने और समझने का भी अभ्यस्त होना चाहिए। इसी के साथ श्रमिक के पास पासपोर्ट होना चाहिए। प्रदेशभर से करीब दस हजार श्रमिकों को इजरायल भेजा जाएगा। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से अलग-अलग श्रमिकों का पंजीकरण कराया गया था। अब उनका साक्षात्कार लखनऊ में होगा। यहां से इजरायल भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी।

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