विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 करोड़ ठगने वाले गैंग का पर्दाफाश, BTech और MBA के छात्रों को बनाते थे निशाना

गाजियाबाद पुलिस की बड़ी कामयाबी : विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 करोड़ ठगने वाले गैंग का पर्दाफाश, BTech और MBA के छात्रों को बनाते थे निशाना

विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर 50 करोड़ ठगने वाले गैंग का पर्दाफाश, BTech और MBA के छात्रों को बनाते थे निशाना

Google Image | पुलिस ने किया 6 आरोपियों को गिरफ्तार

Ghaziabad News : गाजियाबाद पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। विदेश में बीटेक और एमबीए के छात्रों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगने वाले गिरोहियों को गाजियाबाद पुलिस ने साहिबाबाद से गिरफ्तार किया है। इस मामले में 6 आरोपियों को अभी तक गिरफ्तारी हुई है, उनसे पूछताछ की जा रही है। 

क्या है पूरा मामला
एडीसीपी क्राइम ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि क्रॉसिंग रिपब्लिक में ऑस्ट्रेलिया में जॉब दिलाने के नाम पर विनय वर्मा से 12 लाख 88 हजार ठग लिए गए थे।   जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस इस गैंग की तलाश काफी दिनों से कर रही थी। अब इस पूरे मामले में पुलिस ने विनय नेगी, देवेश, अजय, कुलदीप, गौरव और अंकुर को साहिबाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि विजय नेगी बीटेक पास है और वहीं इस पूरे गैंग को 2 साल से ऑपरेट कर रहा है। पूछताछ में पता चला कि अब तक यह गैंग सैकड़ों लोगों से 50 करोड़ तक की ठगी कर चुके हैं। 

सिर्फ इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्रों को बनाते थे निशाना
इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के बाद छात्र मोटी आमदनी और फैसिलिटीज के कारण विदेश में नौकरी का सपना देखते है। ऐसे में छात्र अपनी पढाई के दौरान ही अपना बायोडाटा विभिन्न वेबसाइट पर पंजीकृत कर लेते है।  ठग ऐसे ऐसे लोगो को अपना शिकार बना लेते है। लोगो का डाटा वेबसाइट से निकलने के बाद उनसे करोड़ रुपये कमा रहे है। 

कैसे लेते थे इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के छात्रों का डाटा
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पहले वह विभिन्न नौकरी उपलब्ध कराने वाली साइटों से लोगों का डाटा लेते थे। उनको एक रुपए में दो लोगों का डाटा मिल जाया करता था  यह डाटा बल्क में होता था जिसके लिए ठग 5 हजार देने पर 10 हजार लोगों का डाट  मिल जाया करता था। इसी डाटा के तहत पुलिस को उनके पास से 1000 लोगों का डाटा बरामद हुआ है।  हालांकि आरोपी पहले ही बहुत से लोगों का डाटा अपने पास से हटा चुके थे। 

इंटरव्यू लेने के बाद ठगते थे
आरोपी इतने प्लानिंग से ठगी को अंजाम दे रहे थे उन्होंने इंटरव्यू के लिए विदेशी नागरिकों को भी हायर किया हुआ था। कई बार जब लोग वीडियो इंटरव्यू के लिए कहते थे, तो उसके लिए वह विदेशी नागरिकों को पैसों में हायर करके इंटरव्यू करवा दिया करते थे। इसके लिए आरोपियों ने एक होटल को अपना ऑफिस बनाया हुआ था। ठग होटल के कमरों को बुक कर वही अपना एक कॉल सेंटर चला रहे थे। वह नोएडा, गाजियाबाद और गुड़गांव समेत कई लोकेशन पर होटल बुक कराते थे। एडीजीपी ने बताया कि इस गैंग से जुड़े सभी बदमाशों के बारे में जानकारी लेने के लिए पकड़े गए थे और आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। 

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