Tricity Today | पेरेंट्स ने बीएसए आफिस पर जड़ा ताला, पुलिस से बात करते गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के संरक्षक सत्यपाल चौधरी
Ghaziabad News : राइट टू एजुकेशन (RTE) में तहत दाखिले न मिलने से पेरेंट्स में खासा आक्रोश है। सुनवाई न होने से परेशान पेरेंट्स ने आज बीएसए आफिस पर ताला जड़ दिया। अभिभावक गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के साथ बीएसए से मिलने पहुंचे थे लेकिन बीएसए के कार्यालय में नहीं मिले। गुस्साए पेरेंट्स ने बीएसए से बात कर कार्यालय बुलाया। जिस पर बीएसए के द्वारा असमर्थता जताई गई तो अभिभावक कार्यालय पर ताला जड़कर वहीं बैठ गए हैं। अभिभावकों का कहना है अब आरपार की लड़ाई होगी। जब कोई निर्णय नहीं होगा, हम लोग बीएसए कार्यालय को नहीं छोड़ें।
तीन हजार छात्र चयन पत्र लेकर धक्के खा रहे हैं
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के संरक्षक सत्यपाल चौधरी अन्य पदाधिकारियों के साथ बीएसए कार्यालय पर डटे हैं। श्री चौधरी ने बताया कि प्रशासन ने जिले में आरटीई के तहत दाखिलों के लिए 6032 छात्रों का चयन किया था, लेकिन अभी तक मात्र तीन हजार छात्रों को दाखिले मिले हैं। बाकी तीन हजार छात्र चयनित लैटर लेकर स्कूलों, बीएसए कार्यालय और डीएम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। कहीं सुनवाई नहीं हो रही। पिछले दिनों गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने कई दिनों तक शास्त्रीनगर स्थित उत्तम स्कूल फॉर गर्ल्स के सामने धरना दिया था। बाद में पांच दाखिले हो जाने पर एसोसिएशन ने धरना स्थगित कर दिया था।
इन स्कूलों के पेरेंट्स पहुंचे हैं बीएसए आफिस
पेरेंट्स एसोसिएशन के विवेक त्यागी ने बताया कि आज श्रीराम यूनिवर्सल स्कूल- लोनी, सेंट थॉमस स्कूल- लोनी, ग्रीन फील्ड स्कूल- गोविंदपुरम, सेंट जेवियर स्कूल- राजनगर एक्सटेंशन, सन वैली स्कूल- वैशाली, डीपीएस स्कूल - सिद्धार्थ विहार, नहेरू पब्लिक स्कूल- गाजियाबाद और गाजियाबाद पब्लिक स्कूल- नेहरू नगर समेत तमाम स्कूलों के पेरेंट्स उनके साथ बीएसए कार्यालय पर बैठे हैं, लेकिन यहां सुनवाई के लिए बीएसए उपलब्ध नहीं हैं। आक्रोशित अभिभावकों ने बीएसए कार्यालय पर ताला जड़ दिया है।
भोजपुर में हैं बीएसए
बीएसए ओपी यादव ने पेरेंट्स के पूछे जाने पर अधिकारियों के साथ व्यस्त होना बताया। उन्होंने पेरेंट्स को कहा है कि आप लोग तस्ल्ली रखें, मैं भोजुपर में हूं। यहां से फ्री होकर आने में समय लगेगा। सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंच गई है। पुलिस अभिभावकों को समझाने का प्रयास कर रही है।