स्कूल जाता तो बच जाती बच्चे की जान, परिजनों का आरोप

गाजियाबाद में फीस नहीं भरने पर प्रिंसिपल ने लौटाया : स्कूल जाता तो बच जाती बच्चे की जान, परिजनों का आरोप

स्कूल जाता तो बच जाती बच्चे की जान, परिजनों का आरोप

Tricity Today | शिवम (File Photo)

Ghaziabad News : दो बच्चों की हिंडन नदी में डूबने से मौत हो गई। दोनों बच्चे हिंडन नदी में नहाने गए थे। काफी तलाश करने के बाद भी एनडीआरएफ के हाथ खाली रहे। वहीं डूबने वाले बच्चों के परिजनों ने स्कूल के प्रिंसिपल पर आरोप लगाया है कि फीस रुकने की वजह से उनके बच्चे को स्कूल से निकाल दिया गया था। उसके बाद यह हादसा घटित हुआ। यदि प्रिंसिपल ने स्कूल से नहीं निकाल होता तो यह हादसा नहीं होता।

क्या है पूरा मामला 
डूबने वाले बच्चे गौरव और शिवम के घरों में कोहराम मचा हुआ है। शिवम के परिजनों का आरोप है कि शिवम तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। शिवम नई बस्ती के ही एक प्राइवेट स्कूल ज्ञान दीप में पहली कक्षा का छात्र था। शिवम की मां ने रोते हुए बताया कि स्कूल की फीस के पांच हजार रुपये हो गए थे। प्रिंसिपल उनके बेटे शिवम को रोज टोक रहे थे। उन्होंने जल्दी फीस भरने की बात कही थी। मां का आरोप है कि सोमवार को भी उनका बेटा स्कूल गया था, लेकिन फीस जमा नहीं होने के कारण प्रिंसिपल ने उसे स्कूल में प्रवेश नहीं दिया। घर आने के कुछ देर बाद शिवम बाहर चला गया और फिर उसके डूबने की खबर आई। शिवम की मां का आरोप है कि अगर प्रिंसिपल स्कूल में आने देते तो उसका बेटा हादसे का शिकार होने से बच सकता था।

सर्च ऑपरेशन में नहीं मिला बच्चों का सुराग
दोनों बच्चों को हिंडन नदी में तलाश करने में देरी होने पर बच्चों के परिजन और स्थानीय लोग पुलिस से नाराज दिखाई दिए। उनका कहना था कि अगर पुलिस ने तत्परता दिखाई होती तो बच्चों को तलाश किया जा सकता था। इसको लेकर परिजनों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर राजनगर एक्सटेंशन रोड पर जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद वे शांत हो गए।

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