Ghaziabad News : गाजियाबाद नगर निगम सफाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे और निगम मुख्यालय पर धरना दिया। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते कई क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था प्रभावित हो गई है। इस बीच शहरी आजीविका केंद्र सीएलसी के द्वारा उसके अधीन कार्यरत कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने की स्थिति में कर्मचारियों को सेवा से पृथक किए जाने की चेतावनी दी है।
कर्मचारी भेदभाव नहीं करेंगे बर्दाश्त
गाजियाबाद नगर निगम में कर्मचारी संघ ने ऐलान किया कि यदि किसी कर्मचारी का उत्पीड़न किया जाता है तो संघ भी आंदोलन में जाने के लिए विवश होगा। कर्मचारी संघ शाखा के अध्यक्ष रविंद्र कुमार ने एक पत्र की प्रति नगर आयुक्त को भेजी है। जिसमें अपनी तरफ से उनके द्वारा कहा गया है कि वे किसी भी सूरत में कर्मचारियों के साथ किसी भी का भेदभाव बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पीएफ की राशि के दस करोड़ किए गबन
दूसरी तरफ आंदोलनकारी कर्मचारियों ने मुद्दा उठाया कि निगम में बोर्ड प्रस्ताव 2760 कर्मचारियों में से 2400 कर्मचारियों के पीएफ की राशि के करीब दस करोड़ का गबन किया गया। निगम अधिकारी ये स्पष्ट करें कि गबन में शामिल विभाग के स्टाफ तथा सीएलसी के पदाधिकारियों के खिलाफ क्या एक्शन लिया गया। निगम कोष में पैसा जमा कराए जाने का अनुरोध किया गया।
निगम में ठेका व्यवस्था पूरी तरह से की जाए समाप्त
उन्होंने बताया कि बोर्ड प्रस्ताव के कर्मचारियों को स्थायी किए जाने और तमाम कार्यवाहक सफाई नायकों को स्थाई किए जाने का मुद्दा उठाया गया। कर्मचारियों ने यह की मांग है कि निगम में ठेका व्यवस्था पूरी तरह से समाप्त की जाए। जिन वाहनों को ठेके पर चलाया जा रहा है, उनका संचालन निगम के कर्मचारियों से कराया जाए।